Indian Railways News: इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान में रेल टिकट का खेल, आतंकी फंडिंग कनेक्शन
रेल टिकट की बडे पैमाने पर अवैध धंधा फलफूल रहा है। रेलवे विभाग की इस धंधे पर कडी नजर है। विभाग के अधिकारियों ने इसकी कई ठिकाने पर रेलवे सुरक्षा बल के सहयोग से छापेमारी की है। जिसमें सफलता मिली है
भागलपुर, जेएनएन। Indian Railways News रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। आरपीएफ की टीम ने लोदीपुर के माछीपुर में कायनात स्टोर में छापेमारी कर अवैध रूप से चल रहे ई-रेल टिकट धंधे का पर्दाफाश किया है। कायनात स्टोर नामक इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान की आड़ में महीनों से ई टिकट काटे जा रहे थे। आरपीएफ ने अफजल हुसैन को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इसके पास से अलग-अलग शहरों की ग्यारह टिकटें भी बरामद हुई है। बरामद टिकटों की कीमत चौदह हजार दो सौ तेरासी रुपये है। आरपीएफ ने कंप्यूटर टिकट को जब्त कर लिया है।
छह अलग-अलग यूज़र आइडी से कटता था ई टिकट
आरपीएफ इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि अफजल पर कई दिनों से नजर रखी जा रही थी। आरोपित छह अलग-अलग यूज़र आइडी से ई टिकट काटता था। गुप्त सूचना पर आरपीएफ की टीम ने करवाई की है। इंस्पेक्टर ने बताया कि अवैध रूप से ई-टिकट काटने के मामले में कुछ और का भी सुराग मिला है। ऐसे लोगों को आरपीएफ काफी सख्ती से निपटेगी। दरअसल, इसी साल जनवरी महीने में बेंगलुरु में गिरफ्तार हुए ई-टिकट का पैसा हवाला के जरिये आतंकियों को फंडिंग करने वाला मु. मुस्तफा के साथ संबंध के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। आरपीएफ आतंकी फंडिंग कनेक्शन वाले एंगल को खंगाल रही है। अफजल को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
आतंकी फंडिंग का मास्टरमाइंड मुस्तफा पर दर्ज है प्राथमिकी
ई-टिकट से आने वाले पैसे को हवाला के जरिए आतंकी फंडिंग करने वाले मु. गुलाम मुस्तफा का भागलपुर कनेक्शन है। उस पर भागलपुर आरपीएफ थाना में प्राथमिकी दर्ज है। अभी मुस्तफा बेंगलुरु के जेल में बंद है। अवैध तरीके से ई-टिकट काटने के मामले में आरपीएफ ने भागलपुर के मु. जुनैद राज और मु. इमरान को इसी साल गिरफ्तार किया था। इसके बाद दोनों ने मुस्तफा के नाम का खुलासा किया था। भागलपुर आरपीएफ ने इस ई-टिकट के अवैध धंधे के नेटवर्क को ध्वस्त करते हुए मुस्तफा पर रेलवे एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। बेंगुलरु, ओडीसा और दूसरों शहरों में भी मुस्तफा का कनेक्शन मिलने के बाद भुवनेश्वर से उसकी गिरफ्तारी हुई थी।