कोसी का बढ़ा डिस्चार्ज, तटबंध के अंदर बाढ़ से हालात
कोसी का डिस्चार्ज 1 लाख 29 हजार होने से तटबंध के अंदर कई गांव में पानी प्रवेश कर गया है।
सहरसा। नेपाल से पानी छूटते ही तटबंध के अंदर बाढ़ से हालात बनने लगे हैं। कोसी का डिस्चार्ज 1 लाख 29 हजार होने से तटबंध के अंदर कई गांव में पानी प्रवेश कर गया है। वहीं राजनपुर पंचायत के बिशनपुर-पकियारा गांव पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है।
जानकारी अनुसार महिषी प्रखंड के राजनपुर पंचायत अंतर्गत पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर कोसी नदी के कछार पर बसा बिशनपुर-पकियारा गांव कोसी के कटाव के कारण तीन बार विस्थापित हो चुका है। इस साल बरसात के शुरुआती दौर में ही कोसी के कटाव से ग्रामीण खौफजदा हैं। इन गांव के लोगों का बसना-उजड़ना कई वर्षों से नियति बनी हुई है। वहीं विभाग व प्रशासन उदासीन बना हुआ है। जबकि बिशनपुर-पकियारा की आबादी लगभग 2500 है तथा दोनों टोला मिलाकर 300 के करीब घर हैं।
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कहते हैं ग्रामीण
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ग्रामीण सौरव चौधरी, अहमद हुसैन, कुलदीप चौधरी, बालेश्वर चौधरी, छोटेलाल चौधरी, हरेराम सदा, भागवत सदा, नरेश यादव, कौशल्या देवी, ललिया देवी, फुलिया देवी इत्यादि कहते हैं कि कोशी के कटाव घर के करीब पहुंच गया है। अगर इस बार अगर कटाव से बचाने का कोई उपाय नहीं होता है तो इस गांव का अस्तित्व मिट जाएगा। हम लोग तीन बार पहले भी विस्थापन का दर्द झेल चुके हैं। ग्रामीण कहते हैं कि 3 वर्ष पूर्व भयानक कटाव के कारण जब लोग विस्थापित हो गए तब विभाग की नींद खुली थी और बेम्बो पाइ¨लग कर कटाव निरोधात्मक कार्य किया गया था। हालांकि वह भी कोसी के आगे नकारा साबित हुआ। सौरव चौधरी कहते हैं कि 2 महीना पूर्व कोशी के कटाव से बचाने के लिए लघु ¨सचाई सह आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव से ग्रामीणों ने मिलकर आवेदन दिया था। ग्रामीणों ने कहा है कि आज से कोसी के जल स्तर में वृद्धि है जिससे कटाव थोड़ा थमा है लेकिन जैसे कोशी के जल स्तर मे कमी होगी कटाव तेज हो जाएगा।
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कहते हैं अधिकारी
इस बाबत चांद्रायण डिवीजन के कार्यपालक अभियंता सईद अहमद से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि माननीय मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने भी फोन कर पकियारा- बिशनपुर गांव के कटाव को बचाने का निर्देश दिया है। आज या कल पकियारा बिशनपुर गांव का नाव से दौरा कर शीघ्र सर्वेक्षण कर विभाग के आला अधिकारियों को अवगत करा कर शीघ्र कटाव निरोधी कार्य करवाने का कोशिश करूंगा।