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सुल्तानगंज में श्रावणी मेला का हुआ उद्घाटन, जल लेकर देवघर रवाना हुए श्रद्धालु

सुल्तानगंज में पर्यटन मंत्री अनिता देवी ने श्रावणी मेले का उद्घाटन किया। मेले के उद्घाटन के बाद से श्रद्धालु यहां से जल उठाकर पहली सोमवारी को चढ़ाने के लिए देवघर रवाना हुए।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Sat, 08 Jul 2017 07:16 PM (IST)Updated: Sat, 08 Jul 2017 08:53 PM (IST)
सुल्तानगंज में श्रावणी मेला का हुआ उद्घाटन, जल लेकर देवघर रवाना हुए श्रद्धालु
सुल्तानगंज में श्रावणी मेला का हुआ उद्घाटन, जल लेकर देवघर रवाना हुए श्रद्धालु

भागलपुर [जेएनएन]। बिहार के पर्यटन मंत्री अनिता देवी ने आज श्रावणी मेले का उद्घाटन किया। मेले के उद्घाटन के साथ ही श्रद्धालु भगवान शिव को जल अर्पित करने देवघर के लिए रवाना हो गये।

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मेले के उद्घाटन के मौके पर अनिता देवी ने कहा कि सुल्तानगंज श्रावणी मेले को राष्ट्रीय मेले का दर्जा दिलाने के लिए वे विधानसभा में सिफारिश करेंगी। सुल्तानगंज का विकास किया जायेगा ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्‍या का सामना नहीं करना पड़े।विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले को राष्ट्रीय मेले का दर्जा दिलाने के लिए विधानसभा सिफारिश कर केंद्र सरकार को भेजेगी। आगे का निर्णय केंद्र सरकार के स्तर से लिया जाएगा। 

इसके पूर्व मेले का उद्घाटन पर्यटन मंत्री अनीता देवी ने किया। मौके पर नगर विकास मंत्री महेश्वर हजारी और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा भी उपस्थित थे। सभी मंत्रियों ने एक स्वर में कहा कि राष्ट्रीय मेले का दर्जा बिहार सरकार नहीं दे सकती है। यह अधिकार केंद्र सरकार के पास है। राज्य सरकार इसके लिए सिफारिश करेगी। राज्य सभा सांसद कहकशां परवीन ने कहा कि आने वाले सत्र में इस विषय को सदन में उठाया जाएगा। 

पर्यटन मंत्री ने कहा कि यहां देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु आते हैं और जल भरकर बाबा धाम जाते हैं। उनकी भक्ति में शक्ति है। कांवरियों के इस मेले के विकास के लिए राज्य सरकार के चार विभाग सक्रिय हैं। राजस्व, पर्यटन, नगर विकास व पीएचईडी ने अलग-अलग आवंटन दिया है। यहां यात्री सुविधाओं में वृद्धि के लिए आगे भी कार्य किए जाएंगे।

मंत्री ने कहा कि सुल्तानगंज में गंगा घाट से नई सीढ़ी घाट तक विकास होगा। कांवरिया सर्किट के निर्माण पर काम हो रहा है। यहां महिलाओं के वस्त्र बदलने के लिए अलग से चेजिंग रूम का निर्माण होगा तथा हाई मास्ट लाइट लगेगा। आने वाले दिनों में पर्यटन विभाग यहां प्रतिदिन गंगा महाआरती का इंतजाम करेगा। अभी सावन के महीने में महाआरती के लिए 94 हजार रुपये स्वीकृत किए गए हैं।

पीएचईडी मंत्री ने कहा कि मेला का ऐतिहासिक महत्व बढ़ेगा और सुविधाएं बढ़ेंगी। कांवरियों को किसी तरह की कठिनाई नहीं होने दी जाएगी। नगर विकास मंत्री ने विधायकों से राष्ट्रीय मेले का दर्जा दिलाने के लिए गैर सरकारी संकल्प लेेने की वकालत की।


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