अररिया में धान खरीद ने पकड़ी रफ्तार, 60% लक्ष्य पूरा, 202 पैक्सों के माध्यम से हो रही खरीदारी
अररिया में धान खरीद ने रफ्तार पकड़ ली है। यहां पर 202 पैक्सों और नौ व्यापार मंडलों के माध्यम से धान की खरीदारी हो रही है। अब तक लक्ष्य का 60 फीसद धान की खरीददारी हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, अररिया। जिले में धान की खरीद एक नवंबर से शुरू हो चुकी है। अबतक 176 पैक्सों व व्यापार मंडल को 33 राइस मिल से टैग कर दिया गया तथा बाकी 39 पैक्सों को बहुत जल्द राइस मिलों से टैग कर दिया जाएगा। 218 में 211 पैक्स व व्यापार द्वारा धान की खरीद हो रही है। बचे शेष पैक्सों को बगल वाले से टैग कर दिया गया है। अब धान खरीद की रफ्तार तेज हो गई है।
मिल टैगिंग होने में विलंब होने से थोड़ा परेशानी हुई। जहां धान गोदाम भर गया है वहां प्राइवेट गोदाम लेकर धान को रखने की सुविधा सहकारिता विभाग द्वारा दी गई है। जिले में इस बार लक्ष्य 89 हजार एमटी का है। मंगलवार तक 6383 किसानों से 5472.340 एमटी धान की खरीद हो चुकी है। लक्ष्य का लगभग 61 फीसद तक खरीद हो चुकी है। किसानों का भुगतान भी 90 प्रतिशत हो चुका है। शेष का भुगतान तकनीकी कारणों से नहीं हो पाया है उनका भी भुगतान हो जाएगा।
जिले में धान खरीदारी का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सहकारिता विभाग द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है। मिल टैगिग होते ही अब धान खरीद की रफ्तार में तेजी आ गई है। कुल 218 पैक्स है जिसमें 202 पैक्स व नौ व्यापार मंडल द्वारा खरीद की जा रही है। एक नवंबर से धान खरीदारी शुरू हुई थी। 15 फरवरी तक ही किसानों से धान लिए जाएंगे। बारिश व बाढ़ होने से फसल को काफी क्षति नुकसान हुआ था जिसे इस बार लक्ष्य को घटाकर 89 हजार एमटी कर दिया गया। जबकि पिछले वर्ष धान खरीद का लक्ष्य 90 हजार एमटी था। इस वर्ष किसानों से 1940 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीद हो रही है।
सहकारिता विभाग द्वारा लक्ष्य हासिल करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है कि अधिक से अधिक किसानों से धान की खरीद हो जाए। जनवरी के दूसरे सप्ताह 11 जनवरी तक 6383 किसानों 54752.340 एमटी धान खरीद हो चुकी है।
अचानक अक्टूबर माह में आई बाढ़ से धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा था। कई जगहों पर धान की फसल भी कट चुकी थी। इसको देखते हुए विभाग द्वारा लक्ष्य को इस बार घटाकर 89 हजार एमटी कर दिया गया।
जिला सहकारिता पदाधिकारी मिथिलेश कुमार ने कहा कि धान की खरीदारी एक नवंबर से शुरू हो चुकी है। 176 पैक्सों व व्यापार मंडल को राइस मिलरों से टैग कर दिया गया है। 39 पैक्सों को मिल से तीन चार दिनों अंदर टैग कर दिया गया है। अब धान की रफ्तार में तेजी आ गई है। 11 जनवरी तक धान खरीद 61 फीसद तक पहुंच गया है। 90 प्रतिशत किसानों को धान खरीद का भुगतान भी हो चुका है। 48 घंटे के अंदर भुगतान कर दिए जाने का प्रावधान है। धान खरीद में कहीं रूकावट नहीं आएगी।
अगर जहां गोदाम में धान रखने के लिए जगह नहीं है वहां पर प्राइवेट गोदाम लेकर धान रखने की सुविधा सहकारिता विभाग द्वारा दी गई है। 15 फरवरी तक किसानों से धान लिए जाएंगे। 202 पैक्स व नौ व्यापार मंडलों द्वारा धान की खरीद चल रही है। जहां पैक्सों में खरीद नहीं हो रही उन पैक्सों को अगल बगल के पैक्सों से टैग कर दिय गया है। लक्ष्य पूरा करने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। उम्मीद है कि शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा हो जाए। मिल टैगिंग होने में थोड़ा बिलंब हुआ। किसानों से धान लेने में कोई दिक्कत नहीं है। किसी को कोइ दिक्कत हो तो उसकी समस्या का समाधान भी होगा।