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खगड़िया के 17 गंगा ग्रामों में घर-घर अविरल गंगा, निर्मल गंगा का संदेश हो रहा है प्रसारित

नदियों से घिरे बिहार के खगड़िया जिले में 17 ऐसे गांव हैं जो गंगा के किनारे बसे हुए हैं। इन गांवों में अब अविरल गंगा-निर्मल गंगा का संदेश प्रसारित किया जा रहा है। नमामि गंगे परियोजना केप्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि...

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Tue, 17 May 2022 11:41 AM (IST)Updated: Tue, 17 May 2022 11:41 AM (IST)
खगड़िया के 17 गंगा ग्रामों में घर-घर अविरल गंगा, निर्मल गंगा का संदेश हो रहा है प्रसारित
170 गंगा दूत और 50 स्पेयरहेड टीम के सदस्य कर रहे हैं निगरानी।

जागरण संवाददाता, खगड़िया: खगड़िया नदी-पानी का जिला है। यहां से होकर पवित्र-पावन गंगा भी गुजरती है। खगडिय़ा के गोगरी के समीप बूढ़ी गंडक गंगा में संगम करती है। यह गौरव खगडिय़ा को ही हासिल है। खगड़िया में ही उत्तर वाहिनी अगुवानी गंगा है। अगुवानी प्रति दिन दूर-दूर से श्रद्धालु गंगा स्नान को आते हैं। यहां पहुंच श्रद्धालु गंगा मां की आराधना, पूजा-अर्चना करते हैं। प्रसिद्ध पंडित मिथिलेश मिश्र कहते हैं- अगुवानी गंगा ऐतिहासिक है। उत्तर वाहिनी गंगा का अपना महत्व है। गंगा स्नान से सभी पापों का नाश होता है।

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लेकिन आज कई कारणों से गंगा नदी प्रदूषण का शिकार हो रही है। श्रद्धालु अनजाने में प्लास्टिक से बने सामान, अगरबत्ती आदि गंगा में प्रवाहित कर देते हैं। गंगा किनारे प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है। इससे नदी को नुकसान पहुंचता है। अविरल गंगा, निर्मल गंगा की राह में रुकावटें आती हैं। अब इसको लेकर नमामि गंगे परियोजना, खगडिय़ा की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। गंगा किनारे गंगा चौपाल लग रहा है। ग्रामीण अविरल गंगा, निर्मल गंगा का संकल्प ले रहे हैं। गंगा किनारे पौधारोपण किया जा रहा है।

नमामि गंगे परियोजना के जिला परियोजना अधिकारी रजनीश कुमार ने बताया कि खगड़िया जिले के कुल 23 गंगा ग्राम में गंगा दूतों का चयन करना है। जिसमें गोगरी प्रखंड के नौ, परबत्ता प्रखंड के पांच और सदर प्रखंड के तीन गंगा ग्रामों में गंगा दूत का चयन एवं युवा क्लब का गठन कर लिया गया है। अब तक 17 गंगा ग्राम में कुल 170 गंगा दूत का चयन हुआ है। परबत्ता प्रखंड के छह गंगा ग्राम में गंगा दूत का चयन एवं युवा क्लब का गठन होना शेष है।

23 गंगा ग्राम में गंगा दूत का चयन पूर्ण रूप से होने पर सभी गंगा दूतों का तीन दिवसीय क्लस्टर लेवल प्रशिक्षण भी होगा। इस प्रशिक्षण के उपरांत गंगा दूत और मजबूती से ग्राम स्तर पर कार्य करेंगे। इधर, खगडिय़ा जिले में कुल 50 स्पेयरहेड टीम के सदस्य का चयन किया जा चुका है। इनका तीन दिवसीय प्रशिक्षण 22 से 28 मार्च तक हुआ। इसके बाद स्पेयरहेड टीम के सदस्यों की ओर से उत्तरवाहिनी अगुवानी गंगा घाट, गंगा घाट बन्नी सहित अन्य प्रमुख गंगा घाटों पर स्वच्छता अभियान, गंगा आरती, स्वच्छता शपथ के कार्यक्रम आयोजित किए गए। गंगा दूत लगातार गंगा ग्रामों में अविरल गंगा, निर्मल गंगा का संदेश प्रसारित कर रहे हैं।


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