मिनी भारत का अहसास करा रहा है भागलपुर ट्रिपल आइटी
भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान(ट्रिपल आइटी) भागलपुर के दूसरे सत्र में दक्षिण भारत, मध्य भारत, पूर्वी भारत के बच्चों ने नामांकन लेकर एक दूसरे को अपने राज्यों की खान-पान, वेष-भूषा, रहन-सहन और अपने क्षेत्रीय भाषा से रूबरू कराना शुरू कर दिया है।
भागलपुर। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान(ट्रिपल आइटी) भागलपुर के दूसरे सत्र में दक्षिण भारत, मध्य भारत, पूर्वी भारत के बच्चों ने नामांकन लेकर एक दूसरे को अपने राज्यों की खान-पान, वेष-भूषा, रहन-सहन और अपने क्षेत्रीय भाषा से रूबरू कराना शुरू कर दिया है। इस छोटे से संस्थान में अब तेलगू, तमिल, बंगला, मराठी और मलयालम भाषा की गूंज सुनाई देने लगी है। आपस में शिष्टाचार वश छात्र-छात्राएं अपनी भाषा में एक दूसरे को शुभ दिन का संदेश दे रहे हैं। ¨हदी भाषी राज्य यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश के छात्र केरल के साथियों से मलयालम, महाराष्ट्र के विद्यार्थी से तो बंगाल के साथियों से बंगला भाषा सीख रहे हैं। भाषाओं के आदान-प्रदान के क्रम में एक-दूसरे के चेहरे पर गजब की खुशियां दिख रही है। यूं कहे कि देश की पहचान विभिन्नताओं में एकता की झलक इस संस्थान में साफ दिख रही है। केरल के छात्र अश्रि्वन ने कहा कि बिहार आगमन को लेकर परिवार वाले सशंकित थे लेकिन यहां शंका और समस्या कुछ भी नहीं है। बिहार के लोग काफी दिलेर हैं। उनमें सहयोग की भावना भरी हुई है। विभिन्न राज्यों के बच्चों के दाखिले के बाद इस संस्थान की गरिमा स्थापना के एक वर्ष में ही राष्ट्रीय फलक पर दिखने लगी है। बता दें कि इस कॉलेज का मेंटर आइआइटी गुवाहाटी है जिसके मार्गदर्शन में निदेशक डॉ. पी महंता संस्थान को उत्तरोतर प्रगति पर ले जाने में लगे हैं।
राज्य वार यूं हुआ है विद्यार्थियों का दाखिला
बिहार - 37
तेलांगाना - 06
राजस्थान - 07
दिल्ली - 03
उत्तरप्रदेश - 24
मध्यप्रदेश - 05
उत्तराखंड - 02
हरियाणा - 01
पश्चिम बंगाल - 04
महाराष्ट्र - 02
झारखंड - 07
आंध्रप्रेदश - 06
असम - 01
केरल - 02
ये है सीटों की संख्या
1. कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनिय¨रग -60
2. इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनिय¨रग - 60
3. मेकाट्रोनिक्स इंजीनिय¨रग - 30