पुलिस के काम का आइना है ट्रैफिक सिस्टम : आइजी
किसी भी शहर का ट्रैफिक सिस्टम पुलिस के काम का आइना होता है। यह क्राइम कंट्रोल करने में भी यह काफी सहायक है।
भागलपुर। किसी भी शहर का ट्रैफिक सिस्टम पुलिस के काम का आइना होता है। यह क्राइम कंट्रोल करने में भी यह काफी सहायक है। प्रतिदिन लोगों की संख्या के साथ सड़कों पर वाहनों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। इस कारण ट्रैफिक पुलिस का भी दायित्व बढ़ता जा रहा है। लोगों को भी यह समझना होगा कि ट्रैफिक नियंत्रण केवल पुलिसकर्मियों का कार्य नहीं है। यह बातें गुरुवार को जोनल आइजी सुशील मानसिंह खोपड़े ने प्रमंडलीय सभागार में आयोजित तीन दिवसीय प्रक्षेत्रीय ट्रैफिक प्रशिक्षण के उद्घाटन के मौके कही।
एसएसपी मनोज कुमार ने कहा कि एक ट्रैफिक सिपाही के व्यवहार से पूरे राज्य के छवि बनती है। उन्हें ड्यूटी के दौरान इस बात का गर्व महसूस करना चाहिए। तभी वे खराब सड़कों पर, कम संसाधन में बेहतर परफार्मेस दे सकते हैं। ट्रैफिक जवानों का शहर की भागदौड़ वाली जिंदगी में महत्वपूर्ण दायित्व होता है। इस कारण उन्हें ट्रेनिंग देकर ड्यूटी के लिए भेजना जरूरी है।
हत्या से ज्याद दुर्घटनाओं में हो रही लोगों की मौत
आइजी ने बताया कि पूरे बिहार में हत्या से ज्यादा दुर्घटनाओं में लोगों की मौत हो रही है। पिछले वर्ष पूरे बिहार में पांच हजार से ज्यादा मौतें हुई है। जबकि 10 हजार से ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं के मामले दर्ज हुए हैं। पटना को छोड़ अन्य जिलों में ट्रैफिक की हालत खस्ता है। मगर इस ट्रेनिंग के बाद हम ट्रैफिक व्यवस्था में बेहतर कर सकते हैं। इसके दुरूस्त होने से क्राइम कंट्रोल में भी फायदा मिलेगा। वहीं बुधवार को बेसिक ट्रेनिंग के बाद कार्यशाला में हिस्सा लेने वाले जवानों को आज प्रैक्टिकल के लिए सीटीएस नाथनगर ले जाया जाएगा।
कई पुलिस पदाधिकारी थे मौजूद
इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन जोनल आइजी सुशील मानसिंह खोपड़े, एसएसपी मनोज कुमार, लॉ एंड डीएसपी राजेश सिंह प्रभाकर ने किया। इस मौके पर सौ से ज्यादा विभिन्न जिलों के जवानों को ड्यूटी के दौरान व्यवहार समेत अन्य तकनीकी जानकारियां विशेषज्ञ ने दी। इस मौके पर मुख्यालय डीएसपी रमेश कुमार, सिटी डीएसपी सहरियार अख्तर, कहलगांव डीएसपी रमानंद कौशल, ट्रैफिक इंस्पेक्टर संजय कुमार झा, ट्रैफिक प्रभारी अमर कुमार समेत अन्य अफसर मौजूद थे।