स्वास्थ्य शिविर : स्वस्थ रहना है तो तनाव से रखें खुद को दूर, करें योगाभ्यास
ईश्वरनगर में आयोजित स्वास्थय शिविर में दो दर्जन बुजुर्ग शामिल हुए। इस अवसर पर उनकी स्वास्थ्य जांच की गई। उन्हें सम्मानित किया गया। उनकी बातें आपस में साझा की गई।
भागलपुर (जेएनएन)। ईश्वरनगर में बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। शिविर में खुशबू कुमारी ने सभी को योग के माध्यम से स्वस्थ रहने के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन योग, आसान, व्यायाम और साधना करने से लोग स्वस्थ रह सकते हैं। उन्होंने सभी का बीपी और शुगर की जांच की। सभी बुजुर्गों का वजन भी मापा गया। सभी को योगाभ्यास भी कराया।
खुशबू ने कहा कि ज्यादातर बीमारी तनाव और अनियमित दिनचर्या के कारण होती है। उन्होंने कहा कि सभी को अच्छी-अच्छी पुस्तक भी पढ़नी चाहिए। लालूचक निवासी खुशबू मध्य विद्यालय बलुआचक में अंग्रेजी की शिक्षिका हैं। खुद योग की बारिकियां जानतीं हैं। योग, आसान, प्राणायाम, साधना आदि उनकी नियमित दिनचर्या का हिस्सा है। एनसीसी का भी उन्होंने प्रशिक्षण लिया है। कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों से जुड़ी हैं। समाजसेवा करने में उनकी रूचि है। बुजुर्गों और बच्चों के प्रति उनके मन मेें काफी संवेदनाएं हैं। इनके उत्थान के लिए प्रयासरत रहतीं हैं।
स्वरचित रचनाएं पेश की
शिविर में बुजुर्गों ने खुद की रचित कविता, कहानी सहित अन्य कई प्रेरक जानकारी आपस में साझा की। मार्मिक कविताएं से लोग आह्लादित हो गए। सभी ने कहा कि हम सभी को एक साथ उपस्थित कराकर जो सम्मान हमको दिया गया, इसके लिए आयोजनकर्ता साधुवाद के पात्र हैं। यह आयोजन प्रतिभा ने किया था। शिविर में सेवानिवृत बैंक प्रबंधक प्रसादी मंडल भी मौजूद थे। आयोजनकर्ता प्रतिभा ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से बुजुर्गों में नई ऊर्जा का संचार होता है। उनके स्वास्थ्य की जांच होती है। आपस में सभी लोग मिल कर अपनी बातें साझा करते हैं। संकट के समय सभी हौसला देते हैं। प्रतिभा ने कहा कि बुजुर्गों के प्रति सबके मन में श्रद्धा रहती है। ऐसे लोग खुद को कभी अकेला और अलग-थलग नहीं समझें। उन्होंने कहा कि समय पर भोजन करने, सुबह-शाम टहलने, योग-आसन-प्राणायाम-साधना आदि करने से बुजुर्ग स्वस्थ रहते हैं। उन्होंने समय पर भोजन और नास्ता करने की सभी को सलाह दी। अपने परिजन से सामांजस्य और सद्भाव के साथ रहने से तनाव में कमी आती है। परिवार तभी समृद्ध बनता है, जब उस घर में बुजुर्ग रहें और उनका सम्मान होता रहे। इस अवसर पर बुजुर्गों को सम्मानित किया गया।