इस साल धान नहीं हुआ तो आप करें यह काम, कृषि विभाग ने किसानों को दी यह सलाह
इस साल धान नहीं हुआ तो उसका विकल्प बनेगा प्याज कृषि विभाग ने किसानों को दी यह सलाह। जिले में इस साल 20 हेक्टेयर में होगी प्याज की खेती उद्यान विभाग किसानों का प्याज की खेती में करेगा मदद।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। इस साल खरीफ सीजन में काफी कम वर्षा होने के कारण लक्ष्य से काफी कम धान खेतों में लगी है। कृषि विभाग किसानों को वैकल्पिक लगाने के बीज उपलब्ध करा रही है और प्रोत्साहित कर रही है। किसानों के इस विषम परिस्थिति में उद्यान विभाग राहत की खबर लेकर आई है। उद्यान विभाग प्याज की खेती करने वाले किसानों को अनुदान देने का निर्णय लिया है। विभाग ने 20 हेक्टेयर में प्याज की खेती कराने का लक्ष्य रखा है। प्याज की खेती करने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर लागत का 50 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। एक हेक्टेयर में किसानों को 98 हजार रुपये खर्च होगा और विभाग की ओर से किसानों को 49 हजार रुपये अनुदान मिलेगा।
आनलाइन करना होगा आवेदन
प्याज की खेती करने वाले किसानों को अनुदान लेने के लिए आनलाइन आवेदन करना होगा। नौ सितंबर से योजना शुरू हुई है। एक दर्जन से अधिक किसानों ने प्याज की खेती के लिए आनलाइन आवेदन कर चुका है। अक्टूबर से नवंबर के बीच प्याज का बिचड़ा तैयार किया जाएगा। दिसंबर से जनवरी के बीच रोपनी की जाएगी। विभाग की ओर से अभी यह तय नहीं हो पाया है कि प्याज का बिचड़ा तैयार कर दिया जाएगा या किसान खुद बिचड़ा खरीदकर खेत में लगाएंगे। यह पहला मौका है जब इस जिले के किसानों को प्याज की खेती के लिए अनुदान दिया जा रहा है।
हालांकि प्याज की खेती के लिए काफी कम लक्ष्य जिले को मिला है। 44 प्रतिशत ही लगी धान की फसल: कम वर्षा के कारण इस साल जिले में 43.24 प्रतिशत ही धान की रोपनी हो पाई है। इस साल जिले में 52 हजार हेक्टेयर में धान लगाने का लक्ष्य रखा गया था। लक्ष्य के अनुसार 52 सौ हेक्टेयर में धान का बिचड़ा तैयार कर लिया गया है। कम वर्षा होने की वजह से 22487.33 हेक्टेयर में धान की फसल लग पाई है। जिन खेतों में धान नहीं लग पाया उनके लिए विकल्प की तैयारी है।
प्याज की खेती के लिए किसानों को अनुदान मिलेगा। इसके लिए आनलाइन आवेदन मांगा जा रहा है। अधिक आवेदन आने पर पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर अनुदान दिया जाएगा। 20 हेक्टेयर में प्याज की खेती के लिए अनुदान मिलेगा। -विकास कुमार, सहायक निदेशक उद्यान