रात में ब्रश करने की डालें आदत, स्वस्थ्य रहेगा मसूड़ा, दांत रहेंगे मजबूत Bhagalpur News
How to protect teeth दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. एसबी शरण ने दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में पाठकों के दंत रोगों से संबंधित प्रश्नों के उत्तर कुछ प्रकार दिए।
भागलपुर, जेएनएन। दांतों और मसूड़े को हमेशा स्वस्थ और साफ रखना चाहिए। यह तभी संभव होगा जब हम अपने दिनचर्या में बदलाव लाएंगे। इसके लिए सुबह और रात में ब्रश करने की आदत डालें, जिससे आपका मसूड़ा और दांत मजबूत रहेंगे। दांतों में पायरिया का खतरा नहीं रहेगा। बदबू नहीं आएगा और दांत भी पूरी तरह चकाचक रहेंगे। यह जानकारी रविवार को दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम हेलो डॉक्टर में पहुंचे दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. एसबी शरण ने फोन से पाठकों को दी।
डॉ. शरण ने पाठकों से कहा कि रात में ब्रश नहीं करने से पायरिया, मुंह से बदबू आना और दांतों में कीड़ा लगने जैसी समस्याएं हो रही है। इससे बचने के लिए रात को भोजन करने के बाद ब्रश जरूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा दांत है। दांत सुंदर और चमकदार हों तो इससे हमारा व्यक्तित्व आकर्षक बनता है।
दांतों में दर्द और टूटने की संभावना
दांतों की सडऩ से दांतों में तेज दर्द होता है और कमजोर होकर टूटने लगता है। सडऩे से बचाने के लिए रात में भोजन करने के बाद दांतों की सफाई जरूरी है। देश में तीन से पांच फीसद लोग ही रात में ब्रश करते हैं।
खाने के बाद अच्छे तरीके से कुल्ला जरूर करें
जब भी कुछ खाते हैं तो कुल्ला अच्छे तरीके से करें। खाना खाने या फिर नाश्ता करने के बाद खाने के कुछ कण दांतों में फंसे रहते हैं। ये दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं।
माउथवाश का उपयोग भी जरूरी
मुंह से बदबू आती है या पायरिया की शिकायत है तो माउथवाश का इस्तेमाल जरूर करें। इससे आपके दांत भी स्वस्थ्य रहेंगे और बदबू भी नहीं आएगा। मेडिकल और जनरल स्टोर में कई तरह के एंटी-माइक्रोबियल माउथवाश उपलब्ध हैं। रोज ब्रश करने के बाद आप इनका इस्तेमाल करेंगे तो दांत सडऩे से बचे रहेंगे।
दूध पिलाने के बाद ठीक से करें सफाई
डॉ. शरण ने कहा कि कहा कि बच्चों को दूध पिलाने के बाद कपड़े से मुंह की ठीक से सफाई करनी चाहिए। इससे बैक्टीरिया और वायरस दूर होता है। ज्यादातर देखा गया है कि मां दूध पिलाने के बाद बच्चों के मुंह की सफाई नहीं करती हैं।
गर्म पानी और नमक से करें कुल्ला
दंत रोग विशेषज्ञ ने बताया कि ठंड में लोग गर्म पानी में हल्का नमक देकर कुल्ला करें। इससे मसूड़े मजबूत होंगे। बीपी के मरीज सिर्फ गर्म पानी से कुल्ला कर सकते हैं।
प्रश्न:- दांतों के बीच छेद (खोड़हर) हो गया है, क्या करें? -हरदेव शर्मा, कजरैली।
-मेडिकेटेड टूथ ब्रश का इस्तेमाल करें। इससे काफी हद तक राहत मिलेगी। इसके अलावा अच्छे दंत विशेषज्ञ से सलाह लें।
प्रश्न:- मेरा बेटा दो साल का है, ब्रश करना नहीं चाहता। -रोमा रानी, तिलकामांझी।
-आप साफ कपड़े पर माउथवाश मिलाएं। इसके बाद दांतों और जीभ की सफाई करें।
प्रश्न :-दांत नुकीले हो गए हैं। सरकारी अस्पताल में मशीन नहीं है। क्या करें? -राजेश कुमार, इशाकचक।
-दंत चिकित्सक से संपर्क करें। कम खर्च में इसका इलाज संभव है।
प्रश्न :-मसूड़े में सूजन के कारण दर्द रहता है। कोई उपाय बताएं। -अशोक कुमार, सिंकदपुर।
-आपकी समस्या ज्यादा जटिल नहीं है। आप तुरंत अच्छे चिकित्सक से मिलें। इलाज से समस्या दूर हो जाएगी।
प्रश्न :- मेरी आठ साल की बेटी है, दांत सही से नहीं हैं। क्या करें? -राखी, इशाकचक।
- अभी दूध के दांत आना बाकी हैं। 12 वर्ष तक दांत टूटने और आने का सिलसिला लगा रहता है। आप चिंतित न हो। ऐसा नहीं होगा तो आप चिकित्सक से सलाह लें।
प्रश्न:- दांतों में दर्द रहता है। दवा खाने पर आराम होता है, लेकिन फिर शुरू हो जाता है। -दिनेश पोद्दार, बिहपुर।
-लाल मंजन का इस्तेमाल बंद करें। इससे दांत घिसता है। मेडिकेटेड टूथ पेस्ट का इस्तेमाल करें। दस मिनट तक अंगुली से पूरे दांत और मसूड़े में पेस्ट लगाकर छोड़ दें।
प्रश्न:- कुछ खाने पर दांतों में झनझनाहट होता है। क्या करें? -रघुनंदन रुंगटा, नवगछिया।
-आप ब्रश अच्छे तरीके से करें। दांतों की सफाई करें। गर्म पानी से कुल्ला करें। काफी हद तक इस समस्या से निजात मिलेगी।
प्रश्न :- दांतों के बीच बड़ा छेद (खोड़हर) हो गया है। दर्द भी रहता है। -सुनील कुमार सबौर।
- दांतों की फिलिंग ठीक से कराएं। कम खर्च में यह हो जाएगा। अच्छे चिकित्सक से संपर्क करें।
प्रश्न :- दांतों का रूट केनाल ट्रीटमेंट हुआ था, लेकिन इसके बाद भी झनझनाहट है। -पीयुष कुमार, इशाकचक।
-आपका सही तरीके से उपचार नहीं किया गया है। आप फिर से अच्छे चिकित्सक से मिलें। आपकी समस्या दूर हो जाएगी।
इन्होंने भी पूछे सवाल
बमशंकर साह (घोघा), नीतू कुमारी (रजौन), अरविंद कुमार (गोड्डा), मनीष कुमार (नाथनगर), ऋषिकेश कुमार मिश्रा (कहलगांव), गोपाल मंडल (फुल्लीडुमर, बांका), रोहित कुमार (नवगछिया), राकेश कुमार (भागलपुर), संजय मोदी (नवगछिया), सारिका कुमारी (भागलपुर), मनीष कुमार (हनुमाननगर) ने भी सवाल पूछे।