यहां के अस्पताल प्रशासन को पता नहीं कोरोना मरीजों को कितना दिया ऑक्सीजन
अस्पताल में अब तक 819 संक्रमित हुए भर्ती 250 मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी ऑक्सीजन नहीं मिलने से अब तक तीन कोरोना मरीजों की हो चुकी है मौत।
भागलपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में ऑक्सीजन की कितनी खपत हुई, इसका कोई आंकड़ा जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) के पास नहीं है। अस्पताल प्रशासन को यह भी पता नहीं है कि उसे रोजाना कितनी मात्रा में ऑक्सीजन की जरूरत है। यहां सब कुछ अनुमान पर चल रहा है। यह लापरवाही मरीजों पर भारी पड़ सकती है। अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण अब तक कोरोना संक्रमित तीन मरीजों की मौत हो चुकी है।
अस्पताल प्रशासन की मानें तो अब तक 250 मरीजों को दिया जा रहा ऑक्सीजन
जेएलएनएमसीएच में कोरोना से संक्रमित 819 मरीजों को अब तक भर्ती किया गया है। अस्पताल प्रशासन की मानें तो इनमें से 250 मरीजों को ऑक्सीजन दिया गया। संक्रमितों का उपचार आइसीयू, आइसोलेशन और मेडिसीन वार्ड में किया गया। अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक भगत का कहना है कि ऑक्सीजन की सर्वाधिक खपत आइसीयू में हुई। एक सिलिंडर में सात घन मीटर ऑक्सीजन रहता है। मरीजों को ऑक्सीजन मास्क लगाने के बाद यह करीब 40 मिनट में समाप्त हो जाता है।
जेएलएनएमसीएच में अब तक 85 मरीजों की मौत
जेएलएनएमसीएच में अब तक 85 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें से अधिकतर मरीजों को गंभीर स्थिति में भर्ती किया गया था। उनकी सांस तेज चल रही थी। वहीं, कुछ गंभीर मरीज भी इसमें शामिल हैं। जिन्हें अन्य जिलों के अस्पतालों से यहां पर रेफर किया गया था। इसमें से कई ऐसे मरीज थे जो भर्ती करते ही दम तोड़ दिए। वैसे जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब तक भागलपुर के 47 मरीजों की मौत हो चुकी है।
फेफड़े में संक्रमण के कारण शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। मरीज की सांस तेज चलने लगती है। इस स्थिति में उसे ऑक्सीजन दिया जाता है।
डॉ. एमएन झा, सह प्राध्यापक, मेडिसीन, जेएलएनएमसीएच
जेएलएनएमसीएच में भर्ती हुए कोरोना संक्रमित
माह मरीज
मार्च 41
अप्रैल 44
मई 169
जून 37
जुलाई 292
अगस्त 169
सितंबर 67