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गृह मंत्री अमित शाह और CM नीतीश कुमार जी! मत भूलिएगा बिहार के जमुई की वारदात, कब नक्सलियों के आतंक से होंगे फ्री?

रविवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से देश के 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को लेकर बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा करेंगे। वहीं सीएम नीतीश कुमार भी बैठक में पहुंचे।

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Sun, 26 Sep 2021 02:42 PM (IST)Updated: Sun, 26 Sep 2021 02:47 PM (IST)
गृह मंत्री अमित शाह और CM नीतीश कुमार जी! मत भूलिएगा बिहार के जमुई की वारदात, कब नक्सलियों के आतंक से होंगे फ्री?
दिल्ली में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को लेकर आयोजित की गई बैठक।

आनलाइन डेस्क, भागलपुर। हाल ही मे जारी हुई केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) की जारी लिस्ट के मुताबिक बिहार के 6 जिले नक्सल मुक्त हो गए लेकिन 10 जिले आज भी नक्सल प्रभावित हैं। रविवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई। गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) मुख्यमंत्रियों के साथ नक्सल प्रभावित इलाकों की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। बैठक में सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भी शामिल हुए। ऐसे में बिहार में हाल ही में हुई कुछ बड़ी नक्सली घटना का जिक्र जरूरी हो जाता है।

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बिहार में पिछले कुछ सालों से नक्सली एक्टिविटी कम जरूर हुई है। लगातार पुलिस और सुरक्षा बलों की ओर से चलाए जा रहे सर्च आपरेशन ने काफी हद तक कामयाबी दिलाई है। हर रोज नक्सलियों की गिरफ्तारी भी की जा रही है। इन सबके बीच ये अपनी नापाक हरकत को भी अंजाम देते आ रहे हैं। बिहार के 10 जिलों लखीसराय, जमुई, मुंगेर, बांका, औरंगाबाद, गया, कैमूर, नवादा, रोहतास और पश्चिमी चंपारण में आज भी नक्सलियों का खौफ कायम है। हालिया रिपोर्ट के मुताबिक जमुई, लखीसराय और गया सबसे ज्यादा प्रभावित जिले हैं। बिहार में पहले 16 जिले नक्सल प्रभावित थे। 

बिहार में हाल ही में हुई बड़ी नक्सली घटना

जमुई में 25 अगस्त 2021 को नक्सलियों ने एक बड़ी वारदात को अंजाम देते हुए पिता-पुत्र को मौत के घाट उतार दिया। वे यहीं नहीं रुके। उन्होंने गांवभर में ये फरमान जारी कर दिया कि किसी ने भी दोनों के शव को छुआ या उनकी अंतिम यात्रा में गए तो परिणाम बुरा होगा। फिर क्या था पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचे शवों को किसी ने नहीं छुआ। खौफ का ये आलम रहा कि स्वजनों ने किसी तरह अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की।

(दिल्ली में आयोजित बैठक)

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धमकी- उड़ा देंगे रेलवे स्टेशन 

31 जुलाई 2021 जुलाई को किऊल-जसीडीह रेलखंड के चौरा रेलवे हाल्ट पर स्टेशन उड़ाने की धमकी नक्सलियों ने दी। इनके हौसले इतने बुलंद थे कि नाकाब धारण किए नक्सलियों ने तैनात गार्ड को सामने जाकर धमकी दी। इसके बाद चौतरफा हड़कंप मच गया। हालांकि बाद में सभी की गिरफ्तारी कर ली गई। 

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मुंगेर से जागरण संवाददाता रजनीश बताते हैं कि नक्सल प्रभावित इलाकों में हवेली खड़गपुर प्रखंड, गंगटा, टेटिया बंबर, धरहरा प्रखंड का बंग्लवा, लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र का जंगल और पहाड़ी इलाका, बरियापुर प्रखंड का रतनपुर, ऋषिकुंड आदि हैं। यहां नक्सलियों के आतंक से लोग डरे सहमे रहते हैं। नक्सली फरमान जारी करते हैं और मौका मिलते ही उसे अंजाम भी देते हैं। 

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इसी तरह जमुई, लखीसराय, बांका में भी नक्सलियों के खौफ कायम है। लोग डरे सहमे हैं। लोगों का सवाल है कि कब इन क्षेत्रों को भी नक्सलियों से आजादी मिलेगी? 


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