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प्रेमिका को भगाने पहुंचे युवक को घर वालों ने पकड़ा, पूरी रात पेड़ से बांधकर की पिटाई

रविवार की सुबह पुलिस ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से युवक को मुक्त कराया। युवक का इलाज रेफरल अस्पताल में किया जा रहा है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Sun, 13 Sep 2020 04:52 PM (IST)Updated: Sun, 13 Sep 2020 04:52 PM (IST)
प्रेमिका को भगाने पहुंचे युवक को घर वालों ने पकड़ा, पूरी रात पेड़ से बांधकर की पिटाई
प्रेमिका को भगाने पहुंचे युवक को घर वालों ने पकड़ा, पूरी रात पेड़ से बांधकर की पिटाई

अररिया, जेएनएन। अररिय-रानीगंज थाना क्षेत्र के नगराही क्षेत्र में शनिवार की देर शाम प्रेमप्रसंग में एक युवक को पकड़कर नारियल के पेड़ में बांधकर रात भर पीटने का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि दस जुलाई को नगराही की एक नाबालिग लड़की को संतोष नामक युवक ने प्रेमप्रसंग में लेकर फरार हो गया था। छात्रा युवक के कोचिंग सेंटर की पढ़ती थी। शनिवार को बगुलहा पंचायत वार्ड संख्या आरोपित युवक संतोष यादव नगराही गांव में दिखा। इसके बाद लड़की के स्वजन व ग्रामीणों ने मिलकर उसे पकड़कर नारियल पेड़ में बांधकर रातभर पीटा। घटना की सूचना पर रानीगंज थाना की पुलिस दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंची। लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को भगा दिया। वहीं रविवार को स्थानीय जनप्रतिनिधियों व रानीगंज थानाध्यक्ष श्यामनंदन यादव ने दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर आरोपित युवक को मुक्त कराकर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद युवक को रानीगंज थाना लाया गया।

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विदित हो कि रानीगंज थाना क्षेत्र के नाबालिग लड़की के पिता ने 12 जुलाई को रानीगंज थाना में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमे लड़ी के पिता ने बताया कि मेरी पुत्री इंटर की छात्रा है। गांव के निजी कोचिंग सेंटर नगराही में करीब दो माह से इंटर की तैयारी कर रही थी। 10 जुलाई को रोजाना की तरह पढऩे गई थी। समय पर घर नहीं पहुचने पर वेलोग खोजबीन करने लगे। खोजबीन के दौरान पता चला कि कोचिंग संचालक संतोष ने पुत्री को बहलाफुसला कर शादी करने की नीयत से अपहरण कर लिया है। जबकि युवक पूर्व से शादीशुदा है। वहीं अनुसंधानकर्ता एएसआइ हीरा लाल मंडल ने लड़की को बरामद कर 17 अगस्त को न्यायालय में 164 का बयान दर्ज कराया जिसमे न्यायालय के आदेश पर लड़की को किशनगंज बालिका गृह में भेज दिया गया। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद अनुसंधानकर्ता ने मेडिकल रिपोर्ट न्यायालय में प्रस्तुत किया। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर न्यायालय ने किशनगंज बालिका गृह के निदेशक को नोटिस भेज कर लड़की को तीन दिनों के अंदर न्यायालय में प्रस्तुत करने को कहा। इसके बाद 05 सितंबर को मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर न्यायालय ने लड़की को माता पिता को सौंप दिया था।


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