ऐतिहासिक पल: सुपौल से सहरसा के लिए दौड़ी पहली ट्रेन, हरी झंडी दिखाते ही खुशी से झूम उठे लोग
सहरसा-फारबिसंगज रेलखंड पर सुपौल-गढ़बरुआरी रेलवे स्टेशन के बीच अमान-परिवर्तन पूरा होने के बाद सवारी गाड़ी का रविवार से परिचालन शुरू हुआ। ट्रेन के खुलते ही खुशी से झूम उठे लोग।
सुपौल, जेएनएन। सहरसा-फारबिसंगज रेलखंड पर सुपौल-गढ़बरुआरी रेलवे स्टेशन के बीच अमान-परिवर्तन पूरा होने के बाद सवारी गाड़ी का रविवार से परिचालन शुरू हुआ। इसके लिए सुपौल स्टेशन पर एक समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह के बाद हरी झंडी दिखाकर सवारी गाड़ी को रवाना किया गया।
मौके पर विधान परिषद के कार्यकारी सभापति मोहम्मद हारुण रसीद ने कहा कि सरायगढ़-निर्मली पुनर्निर्माण एवं सुपौल-फारबिसगंज के बीच अमान-परिवर्तन भी जल्द पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों को दिल्ली, कोलकाता और पटना के लिए गाड़ी चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि जल्द ही गरीब रथ, हाटे बाजारे और जनहित की सुविधा सुपौल रेलवे स्टेशन से मिलेगी।
सुपौल से ट्रेनें बढ़ाने तक उन्होंने सवारी गाड़ी की समय-सारिणी में सुधार करने का सुझाव दिया, ताकि यहां के लोगों को पटना जाने के लिए जनहित पकडऩे की सुविधा मिले। लोगों से उन्होंने अपील की कि वे नियम-कानून का पालन करें, सरकारी सुविधा का सदुपयोग करें और टिकट लेकर ही ट्रेन में सवारी करें।
समारोह को सांसद दिलेश्वर कामैत, विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, समस्तीपुर के डीआरएम अशोक माहेश्वरी ने भी संबोधित किया। इसके पहले शहरवासियों का सुबह से ही रेलवे स्टेशन पर जमघट लगा हुआ था। हर कोई इस ऐतिहासिक क्षण को अपनी आंखों से देखना चाहता था। लगभग तीन साल के लंबे इंतजार के बाद इस रेलखंड पर सुपौल-सहरसा के बीच गाड़ी का परिचालन सुनिश्चित हो पाया।