कमीशन के लिए हिमोग्लोबीन कम बता मरीज को भेज दिया निजी क्लीनिक
लोकनायक जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती बरियारपुर की मंजू देवी को हिमोग्लोबीन कम बताकर आशा पूनम झा ने उसे डॉ. रौली भारती की क्लिनिक में भर्ती करवा दिया।
भागलपुर । लोकनायक जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती बरियारपुर की मंजू देवी को हिमोग्लोबीन कम बताकर आशा पूनम झा ने उसे डॉ. रौली भारती की क्लिनिक में भर्ती करवा दिया। वहां 12 हजार रुपये मांगने पर परिजन उसे पुन: सदर अस्पताल ले आए। दोबारा जांच में हिमोग्लोबीन की मात्रा सही (12 ग्राम) पाई गई। डिलेवरी भी नार्मल हुई। इस बाबत मंजू देवी के भाई उमेश कुमार ने अस्पताल अधीक्षक को आवेदन देकर शिकायत की है। उसने कहा कि कमीशन के चक्कर में आशा ने ऐसा किया। इधर, शिकायत मिलने के बाद अधीक्षक ने कार्रवाई का आश्वसन दिया है।
16 जून को की गई शिकायत
16 जून को दिए आवेदन में उमेश कुमार ने कहा कि बहन मंजू को प्रसव कराने के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड करवाने की सलाह दी। आशा पूनम झा अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए ले गई। रास्ते में उसने कहा कि हिमोग्लोबीन कम है। सरकारी अस्पताल के चिकित्सक प्रसव नहीं करवा पाएंगे। इसके बाद महिला को डॉ. रौली भारती की क्लीनिक में भर्ती करवा दिया। क्लीनिक में दो सौ रुपये फीस ली गई और 12 हजार रुपये जमा करने के लिए कहा गया। परिजन के पास इतने पैसे नहीं थे। मजबूरन उसने पुन: सदर अस्पताल का रुख कर लिया।
इधर, डॉ. रौली भारती ने कहा कि मैं किसी आशा को नहीं जानती। मंजू क्लीनिक में भर्ती हुई थी। नार्मल डिलेवरी के लिए छह हजार मांगे थे। दो सौ रुपये फीस ली गई थी। 500 रुपये दवा के लगे थे। परिजन ने कहा कि उतने पैसे नहीं हैं। उसे सदर अस्पताल लेकर चला गया।
------------------------
कोट :-
आवेदन पर संज्ञान लिया गया है। आशा पर कार्रवाई की जाएगी। इसकी सूचना सिविल सर्जन को भी दी जाएगी, ताकि जिन चिकित्सकों की क्लीनिकों में गर्भवती को ले जाया जाता है उनपर भी कार्रवाई की जा सके।
- डॉ. बीके सिंह, अधीक्षक, सदर अस्पताल