श्रावणी मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग 11 जगहों पर लगाएगा शिविर
सुल्तानगंज (भागलपुर)। कोरोना के कारण दो वर्षों के बाद लगने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला को ले
सुल्तानगंज (भागलपुर)। कोरोना के कारण दो वर्षों के बाद लगने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला को लेकर जिला प्रशासन बिल्कुल सजग है। इस मेले में कांवरियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग भी अभी से तैयारी में जुट गया है। देश व विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को विशेष सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से रेफरल अस्पताल सुल्तानगंज के द्वारा प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर सभी समुचित व्यवस्था के साथ स्वास्थ शिविर लगाया जा रहा है।
रेफरल अस्पताल प्रभारी डा. अतुल प्रकाश ने बताया कि श्रावणी मेला में इस वर्ष अजगवीनाथ मंदिर घाट, नमामि गंगे घाट, मारवाड़ी युवा मंच, कृष्णगढ़ नियंत्रण कक्ष, आदर्श मध्य विद्यालय, महिला अस्पताल, कांवरिया पथ पर आशियाचक, कमरांय रामपुर , धांधी-बेलारी, गायत्री मंदिर एवं तेघड़ा फाल पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर लगाया जाएगा। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर तीन पाली में एक डाक्टर के साथ दो एएनएम, एक फोर्थ ग्रेड मेडिकल स्टाफ एवं एक नन मेडिकल स्टाफ हेल्पर के रूप में नियुक्ति की जाएगी। साथ ही सीढ़ी घाट, कृष्णगढ़ नियंत्रण कक्ष व धांधी बेलारी के स्वास्थ्य केंद्रों पर है 24 घंटा एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध रहेगी। श्रावणी मेला के दौरान किसी भी प्रकार की दवा की कमी न हो इसके लिए सभी प्रकार की दवाई एवं एंबुलेंस लिए डिमांड भेजा गया है। प्रभारी अतुल प्रकाश ने बताया कि स्वच्छता को लेकर एक कर्मचारी की भी नियुक्ति की गई है। जिसके देखरेख में ब्लीचिग पाउडर, चूना का छिड़काव किया जाएगा। सभी व्यवस्थाएं मेला के पूर्व कर कर ली जाएगी, ताकि बाहर से आने वाले कांवरियों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े ।
घाट पर रहेगी स्वास्थ्य को लेकर विशेष सुविधा
स्वास्थ्य विभाग की ओर से घाट पर समुचित व्यवस्था की जाएगी। 24 घंटे मेडिकल की एक टीम हमेशा दोनो घाट पर रहेगी, क्योंकि घाट पर फिसलन होने की वजह से लोग चोटिल होते है। नदी में शीशे, पत्थर आदि के चपेट में आने से चोटिल होते हैं। गंगा में डूबने से लोग मूर्छित हो जाते हैं। इसलिए दोनो घाटो पर 24 घंटे एक मेडिकल टीम और एंबुलेंस की तैनाती रहेंगी।
सभी प्रकार की दवाइयां ओपीडी और आईपीडी में मौजूद है। सभी पार्किंग स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा, ताकि बाहर से आने वाले कांवरियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।