किसानों के लिए आसमान से बरसी 'आफत'
शुक्रवार की रात से हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसानों के लिए यह आफत की बारिश साबित होगी।
भागलपुर। शुक्रवार की रात से हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसानों के लिए यह 'आफत की बारिश' साबित होगी। सबसे अधिक नुकसान आम, लीची, तिलहन और दलहन की फसल को होगा।
बिहार कृषि विवि के मौसम विभाग के अनुसार दस साल बाद मार्च में इस तरह की बारिश हुई है। शनिवार को 25 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। रविवार को भी हल्की बारिश की संभावना है। हालांकि शाम तक मौसम साफ होने के आसार हैं। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस था, जो शनिवार को 26 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। दिन में 95 फीसद आद्रता के साथ 4.5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिमी हवा चली। चक्रवातीय दवाब से बदला मौसम का मिजाज
बीएयू के मौसम विज्ञानी प्रो. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश यानी वाराणसी के आसपास चक्रवातीय दवाब बनने से मौसम में अचानक बदलाव हुआ है। यह बारिश पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हो रही है। हालांकि चक्रवातीय प्रभाव अब धीरे-धीरे कम हो रही है। आम को सबसे अधिक नुकसान
फल विज्ञानी डॉ. रुबी रानी ने कहा कि इस बारिश से सबसे अधिक नुकसान आम के किसानों को हुआ है। इस बार लंबे समय ठंड का प्रकोप रहने के कारण मंजर काफी देरी से आया है। बारिश की वजह से आम के मंजर झड़ गए हैं। इसका असर आम के उत्पादन पर पड़ेगा। लीची के उत्पादन पर भी इस बारिश का असर पड़ेगा।