वर्ष 2022 में खास रहेगा शनिवार, परेशान करेगा साढ़े साती और ढइया, भगवान शनि को रखें खुश, होगा कल्याण
वर्ष 2022 प्रारंभ हो गया है। पहला दिन शनिवार था। कहा जा रहा है कि पिछले 100 साल में 15वीं बार यह दिन आया है। खास बात यह है कि नव संवतसर 2079 (दो अप्रैल 2022) का आरंभ भी शनिवार से ही होगा। वर्ष भर साढ़े साती-ढइया परेशान करेगा।
आनलाइन डेस्क, भागलपुर। Happy New Year 2022: अंग्रेजी कैलेंडर वर्ष 2022 प्रारंभ हो गया है। पहला दिन शनिवार को था। गणना के अनुसार पहला दिन शनिवार पिछले 100 साल में 15वीं बार आया है। यहां बता दें कि दो अप्रैल 2021 को वर्ष प्रतिपदा है। हिंदी नववर्ष का पहला दिन। इसे नव संवतसर कहते हैं। विक्रम संवत 2079 का आरंभ शनिवार से ही इस वर्ष होगा।
सेवाकुंज आश्रम गोवरांय निवासी पौराणिक कथा व्यास आनंदमूर्ति आलोक जी महाराज ने कहा कि इस वर्ष भगवान शनि का विशेष प्रभाव है। शनिवार से वर्ष 2022 की शुरुआत हुई तो हिंदी नवर्ष का भी पहला दिन शनिवार है। उन्होंने कहा कि तीन राशि धनु, मकर और कुंभ पर साढ़े साती चल रहा है। धनु राशि पर साढ़े साती अप्रैल में समाप्त हो जाएगा। मकर और कुंभ पर साढ़े साती पूरे वर्ष भर रहेगा। मिथुन और तुला पर अभी ढइया चल रहा है। अप्रैल से कर्क और वृश्चिक राशि पर ढइया लगेगा।
राशि फल
- मेष- भूमि-भवन का योग है। इस राशि वालों के लिए उन्नति दायक रहेगा वर्ष।
- वृष- शिक्षा में तरक्की होगा। कामकाज में उन्नति का योग है। इस राशि वालों के लिए यह शुभ समय है।
- मिथुन - पारिवारिक सांमजस्य बना रहेगा। आर्थिक लाभ।
- कर्क- समस्याओं का समाधान होगा। यह वर्ष इनके लिए लाभकारी है।
- सिंह- परिवार में खुशहाली बनाने में सहायक, आर्थिक उन्नति के साथ-साथ स्थायी लाभ।
- कन्या- कोर्ट-कचहरी और विवाद में सफलता मिलेगी। आर्थिक लाभ। बाधा दूर होगी।
- तुला- धार्मिक यात्रा पर जाने की संभावना, इनके लिए सम्मानदायक वर्ष है। यश-कीर्ति में वृद्धि होगी।
- वृश्चिक- कार्य में सफलता मिलेगी। मानसिक उलझन बनी रहेगी।
- धनु- कर्ज से मुक्ति मिलेगी। भाग्योदय और राजकीय लाभ की संभावना है।
- मकर- मानसिक चिंता की संभावना है। आर्थिक सुधार है। प्रमोशन की संभावना है।
- कुंभ- उन्नतिदायक साल है। मानसिक पीड़ा भी रहेगी। परिवार में बढ़ोतरी।
- मीन- इस राशि वालों को वाद-विवाद से बचना चाहिए। काम में उन्नति की संभावना है। यात्रा की संभावना है।
जुलाई माह में शनि वक्री से मार्गी की ओर बढ़ेगा। जनवरी में मार्गी हो जाएगा। इसके बाद तुला और मिथुन से ढइया प्रभाव खत्म हो जाएगा। धनु राशि का साढ़े साती जुलाई माह में समाप्त और उसी समय मकर राशि में प्रवेश करेगा। हिंदी तिथि के अनुसार भी वर्ष का पहला दिन शनिवार होगा। इस कारण शनि का प्रत्येक राशि वालों पर प्रभाव पड़ेगा। जिनकी कुडंली में शनि बेहतर है, उसे लाभ मिलेगा और जिनके कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी नहीं है, उसे काफी नुकसान होगा।
इस प्रकार करें भगवान शनि की पूजा
आनंदमूर्ति आलोक जी महाराज ने कहा कि शनिवार के दिन सरसों के तेल से भगवान शनि का महास्नान कराएं। प्रात:कालीन पीपल के वृक्ष के सामने सरसों या तिल के तेल से दीपक जलाएं। दीपक में काले धागे की बत्ती का प्रयोग करें। काले वस्त्र एवं उड़द का दान करें।