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बीएयू का ग्रीन एफएम बन रह किसानों की तरक्की का जरिया, खेती-किसानी के साथ सरकारी योजनाओं की भी मिल रही जानकारी

बिहार कृषि विवि का एफएम किसानों की तरक्की का जरिया बन रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा संचालित रेडियो लगातार किसानों के हित में काम कर रहा है। 12 घंटे रेडियो प्रसारण के माध्यम से कृषि से जुड़े विभिन्न आयामों पर किसानों को तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 10:41 AM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 10:41 AM (IST)
बीएयू का ग्रीन एफएम बन रह किसानों की तरक्की का जरिया, खेती-किसानी के साथ सरकारी योजनाओं की भी मिल रही जानकारी
बिहार कृषि विवि का एफएम किसानों की तरक्की का जरिया बन रहा है।

संवाद सहयोगी, भागलपुर। कृषि विज्ञान केंद्र, किसानों को उन्नत कृषि का लाभ देने के लिए कृषि विभाग और प्रगतिशील किसानों से समन्वय स्थापित करें। तभी सभी किसानों तक कृषि की नवीनतम तकनीकी जानकारी पहुंच पाएगी और उनके समृद्धि के नए द्वार खुल पाएंगे। उक्त बातें शनिवार को कृषिविज्ञान केंद्र सबौर के सभागार में आयोजित वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 18वीं बैठक की अध्यक्षीय संबोधन में बीएयू के कुलपति डा. अरुण कुमार ङ्क्षसह ने कही। उन्होंने बैठक में उपस्थित विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों कृषि विभाग के पदाधिकारियों एवं मनोनीत किसान सदस्यों को कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यों में सहयोग एवं सुझाव देने का अनुरोध किया। कुलपति ने बैठक में कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि हमारे वैज्ञानिक नित नए तकनीकी को किसानों तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

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कृषि के विभिन्न आयामों पर 12 घंटे रेडियो प्रसारण

बैठक में उपस्थित विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डा. आर के सोहने ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित रेडियो लगातार किसानों के हित में काम कर रहा है। 12 घंटे रेडियो प्रसारण के माध्यम से कृषि से जुड़े विभिन्न आयामों पर किसानों को तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कृषि विभाग के पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि आप समय-समय पर आकर बीएयू के रेडियो से जुड़े ताकि राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं का किसानों को अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त हो सके। अनुसंधान निदेशक डा. फिजा अहमद ने कहा किसानों की समृद्धि के लिए जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न हो रही उनकी समस्याओं को क्षेत्रवार चिन्हित करने का प्रयास जारी है ताकि उसे अनुसंधान से जोड़कर उसका समाधान निकाला जा सके।

इसके पूर्व कृषि विज्ञान केंद्र के इंचार्ज डा. विनोद कुमार ने प्रगति प्रतिवेदन पढ़ा साथ ही उन्होंने आने वाले समय में केंद्र द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रम को विस्तार से रखा।

मछली जाल और उद्यान कीट का वितरण

मौके पर आर्या परियोजना के अंतर्गत गठित समूहों के सदस्यों को प्राथमिक उपादान सहायता प्रदान की गई । जिसमें 10 मछली जाल और उद्यानिकी कीट वितरण किया गया। किसान भास्कर पांडे, सुनील कुमार ङ्क्षसह, विश्वजीत कुमार, मनोज ङ्क्षसह, आदित्य प्रकाश ,शंभू कुमार, पीके ङ्क्षसह, राजेश्वर ताती एवं अमित कौशिक , प्रसार के सह निदेशक डा. आरएन ङ्क्षसह, डीएसडब्लू डा. राजेश कुमार, प्राचार्य डा. आर एन शर्मा, डा. ए पी भगत, कुलसचिव डा. एम हक, डा. ममता कुमारी ,अनिता कुमारी, इं. पंकज कुमार ,डा. जियाउल होदा, आदि उपस्थित थे।  


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