किसानों का दोहन करने में लगी है सरकार, सूबे में बढ़ रहा भ्रष्टाचार व अपराध
विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी सुभाषिनी बुंदेला एक समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार किसानों को ठगने का काम कर रही है। राज्य में डबल इंजन की सरकार होने के बाद भी भ्रष्टाचार चरम पर है। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।
मधेपुरा, जेएनएन। विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी सुभाषिनी बुंदेला ने वाणिज्य समिति धर्मशाला परिसर में समीक्षा बैठक की। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र नारायण सिंह ने किया। मौके पर महागठबंधन के वक्ताओं ने कहा कि केंद्र में एनडीए और राज्य में डबल इंजन की सरकार है, जो विरोधी नीति बनाकर किसानों का दोहन करने में लगे हैं। किसानों ने इस समस्या से तंग आकर जन आंदालन शुरू कर दिया है। किसानों के इस आंदोलन को केंद्र सरकार जोर जबरदस्ती कर तुगलकी फरमान की तरह कुचलने का कार्य कर रही है।
वहीं बिहार में भष्ट्राचार, अपराध तेजी से बढ़ रहा है। बैठक में कांग्रेस प्रत्याशी की पराजय पर समीक्षा की गई। कांग्रेस नेता सुभाषिनी बुंदेला ने सभी को पुरानी बातों को भूलकर नए सीरे से काम करने की बात कही। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सभी राज्यों के अपेक्षा बिहार में सभी प्रकार के अनाजों की खेती होती हैं। इसके बावजूद यहां के किसानों को आनाज की उचित कीमत नहीं मिलता है। इस वजह से किसानों को रोजी- रोटी की तलाश में पलायन करना पड़ता है। वे किसान की बेटी है, किसानों की दर्द समझती हैं।
आज देश में किसान आंदोलन में 18 मजदूरों की जान चली गई। इसलिए आप सभी किसानों का सहयोग जरूरी है। इसके बाद आक्रोश मार्च निकाली गई। इस दौरान सुभाषिनी बुंदेला कार्यकर्ताओं के साथ बैलगाड़ी पर सवार होकर हल के साथ बाजार भ्रमण कर सरकार विरोधी नारे लगाया। कृषि उत्पादन बाजार समिति पहुंचकर कार्यक्रम का समापन की।
इस दौरान महागठबंधन कार्यकर्ताओं के साथ काफी संख्या में किसान शामिल थे। आक्रोश मार्च में सीपीआइ नेता प्रमोद प्रभाकर, लोजद युवा राष्ट्रीय महासचिव गणेश यादव, लोजद जिलाध्यक्ष राजेन्द्र यादव, हाजी अब्दुस सतार, विशुनदेव ङ्क्षसह, राजद प्रखंड अध्यक्ष तोताराम कामती, सीपीएम नेता गणेश मानव, पूूर्व मुखिया जय किशोर साहा, बीरेन्द्र आजाद, प्रो. उमेश जायसवाल, विजय जैन, मुहम्मद रियाज, बबलू जायसवाल, रमण यादव, अमरेश यादव, मु. लड्डू सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता व किसान मौजूद थे।