भागलपुर स्मार्ट सिटी के काम से शासन खफा, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव हुए नाराज
नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव ने बीएससीएल को दो टूक निर्देश दिया है कि तत्काल प्रभाव से पीएससीएल के एसपीवी (स्पेशल पर्पस व्हेकिल) से पीडीएमसी का कार्य पूरा कराएं।
भागलपुर [जेएनएन]। भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड (बीएससीएल) पीडीएमसी (प्रोजेक्ट डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट कंसल्टेंट) अब पीएससीएल (पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड) का एसपीवी (स्पेशल पर्पस व्हेकिल) बनेगा। नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद की अध्यक्ष में हुई चार स्मार्ट सिटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। चैतन्य प्रसाद ने बीएससीएल का पीडीएमसी रद होने पर सख्त नाराजगी भी जताई है।
उन्होंने बीएससीएल को दो टूक निर्देश दिया है कि तत्काल प्रभाव से पीएससीएल के एसपीवी (स्पेशल पर्पस व्हेकिल) से पीडीएमसी का कार्य पूरा कराएं। दरअसल, बिहार से जिन चार शहरों का स्मार्ट सिटी में चयन हुआ है उसमें भागलपुर स्मार्ट सिटी काम सबसे पीछे चल रहा है। जबकि तीन शहरों पटना, मुजफ्फरपुर और बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी कार्य संतोषजनक है। ऐसे में प्रधान सचिव ने पटना के एसपीवी को भागलपुर के पीडीएमसी का काम सौंपने का निर्देश दिया है।
बता दें कि बिहार से स्मार्ट सिटी की पहली लिस्ट में दिसंबर 2016 में भागलपुर को शामिल किया गया था। ढाई वर्ष बीत जाने के बाद भी स्मार्ट सिटी के किसी प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू नहीं हुआ है। बीएससीएल से पीडीएमसी को हटाने और पटना पीडीएमसी को लेकर तकनीकी मामला फंसने के बाद किसी भी प्रोजेक्ट की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) और आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) तैयार करने में ज्यादा समय लग सकता है।
पीएससीएल सबसे अव्वल
समीक्षा के दौरान प्रधान सचिव ने पीएससीएल के कार्यो की सराहना की। जबकि मुजफ्फरपुर और बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी के कार्यो पर संतोष प्रकट किया।
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