भूतपूर्व सैनिकों ने रखी बेबाक राय, जानिए... उन्होंने सरकार और सेना को क्या दी सलाह
भूतपूर्व सैनिकों ने वायु सेना की कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार और सेना को आतंकियों के खिलाफ और कठोर होने की आवश्यकता है। जब तक आतंकी खत्म नहीं होते कार्रवाई जारी रहे।
भागलपुर [जेएनएन]। आतंकियों के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाई से पाकिस्तान घबरा गया है। पुलवामा में हुई आतंकी घटना पर भारत के द्वारा आतंकियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई का अमेरिका, जापान सहित दुनिया के आधा दर्जन से अधिक देशों ने नैतिक समर्थन किया है। उक्त बातें शुक्रवार को देश के वर्तमान हालात पर दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित परिचर्चा में जिले के पूर्व सैनिकों ने कही।
परिचर्चा में शामिल पूर्व सैन्य अधिकारियों ने कहा आतंकियों के सफाए को लेकर अभी भारत के पक्ष में बेहतर माहौल है। आतंकी चाहे पाकिस्तान में हो या अपने देश के अंदर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहनी चाहिए। पाकिस्तान से बातचीत बीते कई दशकों से चलती आ रही है पर उसका फायदा सिफर है। वह आतंकियों को पनाह देता है। भारत की लड़ाई आतंकियों से है पाकिस्तान से नहीं, उससे डायलॉग का तो प्रश्न ही नहीं उठता है।
अभी इस मामले पर पूरा विपक्ष एवं देश की जनता का सरकार को पूर्ण समर्थन है। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35ए को भी समाप्त कर उसे भी देश की मुख्यधारा में जोडऩे का काम किया जाना चाहिए।
इसके पूर्व परिचर्चा का विषय प्रवेश संपादकीय प्रभारी संयम कुमार ने किया। मौके पर उपस्थित महाप्रबंधक राजाराम तिवारी, जो खुद वायु सेना में 15 वर्षो तक अपनी सेवा दे चुके हैं, उन्होंने भी अपना अनुभव साझा किया।
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आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई पर विश्व का समर्थन मिल रहा है। अभी लगातार स्ट्राइक जारी रखने की जरूरत है। इसे जड़ मूल से समाप्त करना अब आवश्यक हो गया है।
रमाशंकर यादव, जिलाध्यक्ष पूर्व सैनिक संघ
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पाकिस्तान अपने देश के अंदर आतंकियों को पनाह दे रहा है। उसके विरूद्ध कार्रवाई पर वह बातचीत करने की बात करता है और आतंकियों के मदद से हमारे देश में अशांति फैलाता है। अब ये कतई बर्दाश्त नहीं करने की जरूरत है।
मनोहर दास, पूर्व सैनिक
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जब तक पाकिस्तान अजहर मसूद एवं हाफिज सईद जैसे आतंकियों को भारत के हवाले नहीं करता है, उससे कोई बातचीत नहीं करनी चाहिए।
राजेंद्र कुमार, पूर्व सैनिक
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देश के अंदर के आतंकियों का भी सफाया जरूरी हो गया है। जनता और सैनिकों को आतंकियों के विरूद्ध सरकार द्वारा की जारी रही कार्रवाई का सदैव समर्थन करना चाहिए।
विजय कुमार सिंह, पूर्व सैनिक
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विंग कमांडर अभिनंदन को सर्वोतम पुरस्कार से सम्मानित किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त विश्व डिप्लोमेसी स्तर पर आतंकियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को बेहतर ढंग से रखने की भी जरूरत है।
महेश दास, पूर्व कैप्टन
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प्रधानमंत्री ने तीनों सेना को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए फ्री हैंड दिया है। अब सैनिक इस अंजाम तक पहुंचा कर रहेंगे।
शंभूनाथ मिश्रा, महासचिव, पूर्व सैनिक संघ
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यह युद्ध नहीं आतंकियों के खिलाफ लड़ाई है। पर पाकिस्तान ने एफ-16 जहाज का हमारे देश के विरूद्ध उपयोग कर यह साबित कर दिया है कि वह आतंकियों को पनाह देता है। ऐसी स्थिति में उससे बातचीत कतई नहीं होनी चाहिए।
अजीत सहाय, पूर्व कोमोडोर
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पाकिस्तान हमारे देश के साथ हमेशा से घिनौना हरकत कर रहा है। ईंट का जवाब हमेशा पत्थर से देने की जरूरत है।
आशुतोष कुमार, पूर्व हवलदार
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सैनिकों ने हमेशा देश को विषम परिस्थितियों से बचाया है। दुश्मनों से वार्ता नहीं उसे हमेशा करारा जवाब देने की जरूरत है। देशवासियों को हमेशा सैनिकों का मनोबल बढ़ाने की जरूरत है।
सुषमा कुमारी, शहीद की पत्नी
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आतंकियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई पर पाकिस्तान डर गया है। पीएम मोदी के बेहतर कार्य से अमेरिका के दबाव पर विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ा गया है।
श्रीकांत महतो, पूर्व सैनिक
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सर्जिकल स्ट्राइक-2 पुलवामा की घटना से पूर्व करने की जरूरत थी। खैर, अब आतंकियों के विरूद्ध तब तक कार्रवाई चलनी चाहिए, जब तक उसका सफाया न हो जाए।
नीरज तिवारी, पूर्व वायु सैनिक
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पीएम मोदी ने आतंकियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर विश्व पटल पर अपनी धाक जमाई है। यह कार्रवाई जारी रखने की जरूरत है।
आरके सिंह, पूर्व कैप्टन
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देश को जब जरूरत पड़ेगी सेवा देने को तैयार
भारतीय वायु सेना में दुश्मन को नस्तनाबूद करने की अपार क्षमता है। उसी का एक छोटा सा उदाहरण है मंगलवार को पाकिस्तानी आतंकियों के ठिकाने को नष्ट करना। पुलवामा की घटना के बाद सर्जिकल पार्ट-2 की इस कार्रवाई से देशवासियों के दिल को ठंडक पहुंची है। उक्त बातें सबौर निवासी भारतीय वायु सेना के सेवानिवृत जूनियर वारंट ऑफिसर संजीव कुमार ने कही। उन्होंने कहा हम अपने वायु सेना की क्षमता को पहचानता हूं। मुझे अपनी सेना पर गर्व है। अगर हमारी जरूरत पड़ी तो आज भी सेवा देने को तैयार हूं। देश के तिरंगे को कभी झुकने नहीं दूंगा। सेवानिवृत अधिकारी ने कहा पुलवामा के इस बदले से शहीदों के परिवार को सुकून मिली होगी।