गोपाष्टमी महोत्सव : लोगों ने की गायों की पूजा, बोले-देवतुल्य और माता के समान होती है गायें, अगले साल से और बेहतर होगा आयोजन
सुपौल जिला के राघोपुर प्रखंड के परमांनंदपुर पंचायत अंतर्गत गोसपुर गांव के लोगों ने गो पूजन की एक अदभूत परंपरा की शुरू की है। छठ घाट पर लोगों ने 251 गो माता की पूजा अर्चना की और भावी पीढी को गो माता के सम्मान का पाठ पढ़ाया
सुपौल, जेएनएन। राघोपुर प्रखंड के परमानंदपुर पंचायत के गोसपुर गांव में गौपालकों ने एक अछ्वुत परंपरा की शुरुआत की है। गोसपुर गांव के वार्ड नंबर सात स्थित आदर्श छठ घाट पर प्रथम बार गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान 251 गौमाता की पूजा-अर्चना कर आनेवाली पीढ़ी को गौमाता का महत्व एवं सम्मान की सीख दी गई।
वैदिक विधि-विधान से हुई गो माता की पूजा
रविवार की सुबह में आचार्य पंडित धर्मेन्द्रनाथ मिश्र के वेद मंत्रोच्चार के बीच वैदिक विधि-विधान से 251 गौमाताओं का पूजन किया गया। इस दौरान मौजूद गौपालकों एवं ग्रामीणों ने गो माता की धूप, दीप, नैवेद्य के द्वारा पूजन किया। गो भक्तों ने अपने- अपने गो माता का पूजन उपरांत उसकी प्रदक्षिणा भी किया। इस अदभूत कार्यक्रम को देखने के लिए दूर-दूर से महिला एवं पुरुष पहुंचे थे।
गो पूजन से सभी दुखों से मिलती है मुक्ति
इस मौके पर गौपूजन का महात्व बताते हुए आचार्य धर्मेन्द्रनाथ ने बताया कि सभी दुखों से यदि मुक्ति पाना हो तो एक मात्र गौपूजन् से ही सभी सुख, समृद्धि एवं शांति की प्राप्ति संभव है। गौ की कृपा से समस्त भक्तों की मनोकामना की पूर्ति होती है।
अगले वर्ष चार दिनों तक हाेगा गो पूजा
इस दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि अगले वर्ष से छठ पूजा के नहाय-खाय दिन से लेकर गोपाष्टमी तिथि तक यह महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर उपेंद्र झा, जोगेंद्र झा, जवाहर झा, रविकांत झा, विष्णुकांत झा, दिवाकर ठाकुर, विशुनदेव पोद्दार, दिलीप झा, श्याम झा, केवल राय, सागर कुमार, ईश्वर जी,निशांत राज, ललन झा , मुकेश झा, राम दत्त मलाकर, ज्योतिंद्र नाथ मिश्र, गिरीश मिश्र, कन्हैया झा, आशीष कंचन, अभिलाष झा आदि उपस्थित थे। इस मौके पर यह भी निर्णय लिया गया कि अगले वर्ष से छठ पूजा के नहाय-खाय दिन से लेकर गोपाष्टमी तिथि तक यह महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा।