अलविदा 2021 : दूसरी लहर में नहीं रुकी ट्रेनों की रफ्तार, जेबें जरूर हुई ढीली, मुंगेर में निर्माण कार्य पर असर नहीं
भारतीय रेल मालदा रेल मंडल के जमालपुर और मुंगेर स्टेशनों पर हुए काम। लिफ्ट वाला स्टेशनों की सूची में शामिल हो गया माडल स्टेशन जमालपुर। यह बेहतर उपलब्धि है। नंवबर माह से लगभग ट्रेनों की वास्तविक पहचान मिल गई।
जमालपुर (मुंगेर) [केएम राज]। वर्ष 2021 में कोरोना की दूसरी लहर कहर बनकर टूट पड़ा। 2020 की तरह फिर से ट्रेनों का परिचालन रद होने की संभावना दिखने लगी, पर ऐसा नहीं हुआ। दूसरी लहर में ट्रेनों का परिचालन बंद नहीं हुआ। एक्सप्रेस से लेकर कुछ पैसेंजर ट्रेनें स्पेशल बनकर चली। ज्यादातर ट्रेनों का नंबर स्पेशल वाला अक्टूबर तक लागू रहा। स्पेशल की वजह से यात्रियों की जेबें ढीली जरूर हुई।
स्पेशल चार्ज से यात्रियों को थोड़ा झटका लगा, लेकिन सफर पर ब्रेक नहीं लग सका। नंवबर माह से लगभग ट्रेनों की वास्तविक पहचान मिल गई। अपने नए नंबरों से दौडऩे लगी। मालदा रेल मंडल में कोरोना के दूसरे लहर में विकास का काम नहीं रूका। जमालपुर जंक्शन लिफ्ट वाली ट्रेनों की सूची में शामिल हो गया। राज्य की दूसरी नई रेल सुरंग का काम युद्ध स्तर पर चलता रहा। नई सुरंग को रेडी कर दिया गया। नई सुरंग में विद्युतीकरण से लेकर पाटम से जमालपुर के बीच रेलवे ट्रैक बिछाने का काम पूरा हुआ। मालदा रेल मंडल के डीआरएम यतेंद्र कुमार लगातार मानीटरिंंग करते रहे। समय पर रेलवे पावर स्टेशन का काम भी पूरा हो गया।
कवि गुरु के रूप में हावड़ा के लिए मिली नई ट्रेन
भागलपुर से हावड़ा के बीच चल रही कवि गुरु एक्सप्रेस का विस्तार जमालपुर तक कर दिया गया। यहां के लोगों को हावड़ा के लिए एक और ट्रेनें मिल गई। जमालपुर से भागलपुर के बीच ट्रेन का ठहराव बरियारपुर और सुल्तानगंज स्टेशनों पर रुकती है। इस ट्रेन के परिचालन से जमालपुर ही नहीं मुंगेर के लोगों को काफी राहत मिली है। दरअसल, कवि गुरु एक्सप्रेस का परिचालन शुरुआत में बोलपुर सिटी शांति निकेतन से हावड़ा के बीच हो रहा था। वर्ष 2018 के दिसंबर में से इसका विस्तार भागलपुर तक कर दिया गया, इसके बाद 2021 में यह ट्रेन जमालपुर से चलने लगी। इसी तरह किऊल के रास्ते रांची जाने वाली एक्सप्रेस का परिचालन भी 20 माह बाद शुरू हुआ। सीसीटीवी कैमरा से पूरे स्टेशन परिसर को लैस किया गया। यात्रियों की सुविधा को लेकर प्रतीक्षालय को पूरी तरह व्यवस्थित किया गया। प्लेटफार्म संख्या तीन और चार की लंबाई बढ़ाने की कवायद हुई।
मुंगेर को मिली जयनगर इंटरसिटी
मालदा रेल मंडल के डीआरएम ने जनवरी माह में भागलपुर-जयनगर के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। योगनगरी के लोगों को तोहफा दिया। इस ट्रेनर के चलने से योगनगरी मिथिलांचल से सीधा ट्रेन रूट से जुड़ गया। इसके चलने से यहां के यात्रियों को समस्तीपुर, बरौनी, जयनगर, दरभंगा जाने के लिए बसों का सहारा नहीं लेना पड़ता है।
नव वर्ष होगा खास, मिलेंगे एक साथ कई सौगात
जिले वासियों के लिए 2022 काफी खास होगा। रेलवे नव वर्ष में एक साथ कई सौगात देगा। नव वर्ष में नई सुरंग से ट्रेनों का परिचालन सामान्य हो जाएगा। साथ ही भागलपुर-जमालपुर-किऊल रूट की पहली तेजस राजधानी एक्सप्रेस का परिचालन भी शुरू होगा। अगरतला-आनंद विहार टर्मिनल तेजस राजधानी एक्सप्रेस का परिचालन सप्ताह में एक दिन होगा। साथ ही हावड़ा के लिए भी ट्रेनें मिलने की उम्मीद है। जमालपुर स्टेशन पर एक्सेलेटर लगाने का काम भी शुरू होगा। माडल स्टेशन को विकसित किया जाएगा। यहां के सरकुलेटिंग एरिया में वर्टिकल गार्डन भी बनाने की तैयारी है। जमालपुर व ईस्ट कालोनी को जोडऩे वाला रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण भी शुरू होने की उम्मीद है। मतलब एक साथ यात्रियों को नव वर्ष में तोहफा मिलेगा। लंबी दूरी की ट्रेनों में बेडरौल की सुविधा बहाल कर दी जाएगी। नव वर्ष से चलती ट्रेनों में फिर से टीटीई यात्री का टिकट बनाने की अनुमति मिल सकती है। अभी सिर्फ बेटिकट यात्रियों से जुर्माना वसूल रहे हैं।