दिल्ली तक पहुंची खगड़िया की स्वच्छता की चमक
बिहार में खुले में शौच से मुक्त पहली पंचायत खगडि़या जिले के गोगरी प्रखंड की रामपुर पंचायत है।
खगड़िया(अमित झा)। पिछड़े जिले में शुमार खगड़िया ने स्वच्छता के क्षेत्र में इतिहास रचा है। स्वच्छता को लेकर खगड़िया के 'संदेश' आज दूर-दूर तक सुने जा रहे हैं। बताते चलें कि बिहार में खुले में शौच से मुक्त पहली पंचायत खगडि़या जिले के गोगरी प्रखंड की रामपुर पंचायत है। अब विशिष्ट स्वच्छता बरतने के कारण गोगरी प्रखंड के उसरी मध्य विद्यालय का राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ है। वहीं गोगरी प्रखंड के तीन विद्यालयों समेत जिले के छह विद्यालयों को स्वच्छता बरतने के लिए राज्य स्तर पर पुरस्कृत किया गया है। इस तरह लोगों की सजगता के कारण यहां की स्वच्छता की चमक राज्य से राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच चुकी है। मालूम हो कि बीते 29 अगस्त को जिले के छह विद्यालयों को स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने के लिए राज्य स्तर पर पुरस्कृत किए गए हैं। इनमें से तीन विद्यालय अकेले गोगरी प्रखंड के हैं। इस कड़ी में अब उसरी स्थित मध्य विद्यालय को स्वच्छता पुरस्कार 2017 के तहत राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली में पुरस्कृत किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वच्छता पुरस्कार 2017 के लिए बिहार के चयनित तीन विद्यालयों में खगड़िया के एक विद्यालय सहित मुजफ्फरपुर तथा सीतामढ़ी जिले के एक-एक विद्यालय शामिल हैं। उम्मीद है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर के अवसर पर स्वच्छता में उल्लेखनीय सजगता बरतने के लिए उसरी मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक को पुरस्कृत किया जाएगा। हालांकि पुरस्कार वितरण की निश्चित तारीख की सूचना प्रधानाध्यापक को अब तक नहीं मिली है। जाने क्या है स्वच्छता पुरस्कार 2017
स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इसके चयन के लिए सघन जांच-परख की जाती है। ऑनलाइन सर्वे के साथ-साथ अधिकारी स्थलीय सर्वे करते हैं। इस बार जांच में स्वच्छता, माहौल व सुव्यवस्था में 90 से अधिक अंक लाने वाले विद्यालय राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किए गए। उसमें मध्य विद्यालय उसरी भी शामिल है। इस विद्यालय को स्वच्छता के क्षेत्र में जिला व राज्य स्तर पर पुरस्कार मिल चुका है। अब राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिलना है।
कोट
'मध्य विद्यालय उसरी को राष्ट्रीय स्वच्छता पुरस्कार की सूची में शामिल किया गया है। इस स्तरीय पुरस्कार के लिए बिहार के सिर्फ तीन विद्यालयों के चयन हुए हैं। राष्ट्रीय स्वच्छता पुरस्कार के लिए इसका चयन होना हमलोगों के लिए गौरव की बात है। पुरस्कार ग्रहण करने की संभावित तिथि दो अक्टूबर बताई गई थी। परंतु, इसकी विधिवत सूचना अबतक प्राप्त नहीं हुई है।'
- विजय कुमार निराला, प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय उसरी, गोगरी, खगड़िया।