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Banka LS Seat : गिरिधारी यादव समय-समय पर पार्टी बदलकर लड़ते रहे हैं चुनाव

धोरैया अमरपुर बेलहर और सुल्तानगंज विधानसभा सीट जदयू के पास है। दो पार्षद भी जदयू के हैं। बांका का भौगोलिक बनावट भी इस चुनाव पर असर डालेगा। कई जिले की सीमा बांका से लगी हुई है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 01 Apr 2019 09:37 AM (IST)Updated: Mon, 01 Apr 2019 04:21 PM (IST)
Banka LS Seat :  गिरिधारी यादव समय-समय पर पार्टी बदलकर लड़ते रहे हैं चुनाव
Banka LS Seat : गिरिधारी यादव समय-समय पर पार्टी बदलकर लड़ते रहे हैं चुनाव

भागलपुर [संजय सिंह]। चुनावी महासमर में बांका से संसद तक कि यात्रा में कई बाधाएं हैं। इन बाधाओं को दूर करने की कोशिश में हर प्रत्याशी लगा है। भाजपा की बागी प्रत्याशी पुतुल कुमारी के चुनाव मैदान में डटे रहने से परेशानी एनडीए प्रत्याशी के गिरिधारी यादव (जदयू) को हो रही है। उन्हें एनडीए के वोट बैंक के बिखराव को रोकने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी। वैसे इस लोकसभा के चार विधानसभा सीटों पर जदयू और एक पर भाजपा का कब्जा है। यहां के दो विधान पार्षद भी जदयू से हैं। ऐसी स्थिति में यदि सबका साथ मिला तो संसद तक पहुंचने वाले डगर पर चलना जदयू प्रत्याशी के लिए आसान हो जाएगा।

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बांका लोकसभा का भौगोलिक बनावट भी इस चुनाव पर असर डालेगा। झारखंड के गोडडा और दुमका लोकसभा सीट बांका की सीमा को छूती है। इधर मुंगेर, जमुई और भागलपुर की सीमा भी सटी हुई है। इस वजह से इन जगहों पर होने वाले चुनावी गतिविधियों का कमोवेश असर बांका लोकसभा सीट पर भी पड़ेगा। भागलपुर जिले का सुल्तानगंज विधानसभा क्षेत्र तो बांका लोकसभा का ही हिस्सा है।

धोरैया, अमरपुर, बेलहर और सुल्तानगंज विधानसभा सीट जदयू के पास है। धोरैया सुरक्षित विधानसभा का प्रतिनिधित्व मनीष कुमार करते हैं। हाल के दिनों में सात निश्चय योजना के तहत इस इलाके के विकास के लिए कई काम भी हुए हैं। उधर, बेलहर विधानसभा सीट से जदयू के प्रत्याशी गिरिधारी यादव स्वयं विधायक हैं। इस स्थिति में बेलहर पर जदयू की पकड़ मजबूत मानी जा रही है। वैसे गिरिधारी कटोरिया के भी विधायक रहे हैं। लेकिन उस समय वे लालू यादव के साथ थे। गिरिधारी ने दो बार बांका लोकसभा का भी प्रतिनिधित्व किया है। ये अपने विधायक और सांसद होने का कितना राजनीतिक लाभ ले पाएंगे यह उनपर निर्भर करता है।

अमरपुर के जदयू विधायक जनार्दन मांझी और सुल्तानगंज के सुबोध राय सीधे जनता संवाद करने वाले जनप्रतिनिधि हैं। इन दोनों का किसी विवाद से दूर-दूर तक नाता नहीं रहा है। दोनों का राजनीतिक अनुभव पुराना है। जनार्दन मांझी को राजनीति में लाने का श्रेय लोग बागी उम्मीदवार पुतुल कुमारी के पति स्व. दिग्विजय सिंह को देते हैं।

एनडीए गठबंधन में भाजपा के शामिल होने का लाभ भी जदयू उम्मीदवार को मिलेगा। वैसे बांका के भाजपा विधायक रामनारायण मंडल बिहार सरकार के मंत्रिमंडल में भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री हैं। इनकी पकड़ बांका शहरी के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी है। अपनी लोकप्रियता का कितना प्रभाव वोट बैंक के रूप में जदयू प्रत्याशी को दिला पाएंगे यह तो समय ही बताएगा। गिरिधारी यादव की एक समस्या यह भी है कि वे समय-समय पर पार्टी बदलकर चुनाव मैदान में आए हैं। 1999 में जब राजद ने शकुनी चौधरी को पार्टी का उम्मीदवार बनाया तो गिरिधारी निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद पड़े थे।

इस लोकसभा में भी कमोवेश यही स्थिति है। अब उनके सामने निर्दलीय प्रत्याशी पुतुल कुमारी के मैदान में आने से एक बड़ी चुनौती उत्पन्न हो गई है। यहां का एकमात्र विधानसभा सीट कटोरिया सुरक्षित राजद के कब्जे में है। यहां की विधायक स्वीटी हेम्ब्रम हैं। जो अपने उम्मीदवार जयप्रकाश को जीत दिलाने के लिए पसीना बहा रहीं हैं।

विधानपार्षदों को रोकना होगा मतों का बिखराव

बांका जिला 3019.3465 वर्ग किमी में फैला है। इस छोटे से जिले की अपनी एक अलग राजनीति पहचान भी है। उसी पहचान के बदौलत इस जिले से जदयू के दो विधानपार्षद डा. जावेद इकबाल अंसारी और मनोज यादव हैं। यहां सर्वाधिक मतदाताओं में यादवों और अल्पसंख्यकों की संख्या है। राजद प्रत्याशी जयप्रकाश नारायण यादव भी इसी वोट बैंक पर भरोसा कर रहे हैं। पूर्व के चुनाव में यहां माई समीकरण का भी असर रहा है। ऐसी स्थिति में दोनों पार्षदों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। यदि दोनों पार्षद वोटों के बिखराव को रोक पाने में सफल रहते हैं तो इसका फायदा निश्चित रूप से जदयू उम्मीदवार को मिलेगा।

लोकसभा चुनाव 2004

उम्मीदवार            पार्टी वोट       फीसद

गिरिधारी यादव     राजद           47.61

दिग्विजय सिंह      जदयू           46.96

वर्ष 2009

दिग्विजय सिंह     निर्दलीय       28.48

जयप्रकाश यादव   राजद           24.08

दामोदर राउत       जदयू           17.16

गिरिधारी यादव   कांग्रेस          6.84

वर्ष 2010 उपचुनाव

पुतुल कुमारी        निर्दलीय       43

जयप्रकाश यादव   राजद           33

वर्ष 2014

जयप्रकाश यादव   राजद         31

पुतुल कुमारी        भाजपा       30.55

संजय यादव        भाकपा       20


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