गंगा ने लिया उग्र रूप... कटाव के कारण लोग दहशत में Munger News
मुंगेर भागलपुर कहलगांव सुल्तानगंज आदि क्षेत्रों में गंगा ने विकराल रूप ले लिया है। कटाव की स्थिति देख लोग दहशत में हैं।
भागलपुर/मुंगेर [जेएनएन]। पहाड़ी प्रदेशों में भारी बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। प्रतिघंटा भागलपुर में एक सेंटीमीटर की गति में जलस्तर में वृद्धि जारी है। जिस कारण जहां जिले का मैदानी भागों में जहां सुखाड़ की स्थिति बनी हुई है, वहीं दूसरी तरफ गंगा के दियारा क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती जा रही है। बहरहाल गंगा खतरे के निशान से महज 860 सेंटीमीटर दूर है। जबकि भागलपुर में 33.680 मीटर है। वर्तमान जलस्तर 32.820 मीटर है।
व़हीं, मुंगेर के बगल से कल कल छल छल कर बहने वाली गंगा ने उग्र रूप धारण कर लिया है। बीते दो दिनों से गंगा उफान पर है। गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी से दियारा और गंगा के तटवर्ती इलाके में रहने वाले लोग एक बार फिर से बाढ़ की आशंका से सहम उठे हैं।
हालांकि, मुंगेर की सीमा बहाचौकी से लेकर घोरघट तक गंगा किनारे कटाव निरोधक कार्य कराए जाने के कारण अब तक स्थिति भयवह नहीं बन सकी है। लेकिन, कई जगहों पर गंगा की लहरें फिर से जमीन काटने लगी है। अभी गंगा का जलस्तर 37.71 मीटर पर जा पहुंच गया। गंगा प्रतिघंटा दो सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है। जिला के निचले इलाके कुतलूपुर, जाफरनगर, टीकारामपुर, तारापुर दियारा, मय पंचायत, मिर्जापुर बरदह, हेमजापुर, शिवकुंड सहित पंचायतों के निचले इलाकों में गंगा का पानी पहुंचने लगा है।
मय पंचायत के चंद्रशेखर यादव, तारापुर दियारा के विपिन कुमार रजक, प्रकाश कुमार ने कहा कि गंगा कटाव के लिए किए गए कटाव रोधी कार्य में लापरवाही के कारण सैकड़ों जिओ बैग गंगा के गर्भ में समा गया है। हमलोग गंगा मैया से शांत होने की प्रार्थना कर रहे हैं। इधर, सदर एसडीओ खगेश चंद्र झा ने जाफरनगर, कुतलुपुर से लेकर हेमजापुर और बाहाचौकी का जायजा लिया। एसडीओ ने कहा कि अभी तक कहीं भी बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है। जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है।
गंगा का जलस्तर
मुंगेर : 37.71 सेंटीमीटर
भागलपुर: 32.82 सेंटीमीटर
कहलगांव: 30.53 सेंटीमीटर
साहेबगंज: 25.93 सेंटीमीटर
फरक्का: 21.72 सेंटीमीटर