बिहार में काल बनकर पसर गई अलाव की चिंगारी, अगलगी में जिंदा जले चार मासूम
अलाव तापते लोगों ने उसे नहीं बुझाया। इससे निकली चिंगारी से 10 घर राख हो गए। साथ ही इससे आठ लोग झ़ुलस गए, जिनमें चार बच्चों की मौत हो गई। घटना बिहार के भागलपुर की है।
भागलुपर [जेएनएन]। अलाव से निकली चिंगारी काल बनकर पसर गई। इसने देखते-देखते 10 घरों को लील लिया। इस भीषण अगलगी में एक ही परिवार के चार लोग झुलसकर मर गए, जबकि तीन की हालत गंभीर बनी हुईहै। घटना बिहार के भागलपुर स्थित नवगछिया के श्रीपुर में देर रात हुई।
नवगछिया के नगरपंचायत वार्ड नंबर 2 श्रीपुर में देर रात कुछ लोग अलाव ताप रहे थे। वे वहां से जाने के पहले अलाव बुझाना भूल गए। इसी दौरान दुर्घटनावश चिंगारी निकली, जिससे पास की एक झोपड़ी में आग लग गई। जब तक लोगों को अगलगी का पता चलता, 10 घरों तक आग पसर चुकी थी। आग लगने से एक ही परिवार के चार बच्चे की मौत हो गई।
मौके पर दमकल की टीम ने पहुंचकर आग पर काबू पाया। अगलगी में घायल तीन लोगों को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन प्राथमिक उपचार करने के बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें भागलपुर के मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया।
झुलसी महिला ने भी दम तोड़ा
नवगछिया थाना क्षेत्र के श्रीपुर गांव में रविवार की देर रात आग से झुलसी करुणा देवी की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना में अब मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। हालांकि आग में झुलसे अन्य लोगों का अभी भी जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में इलाज चल रहा है।
गौरतलब है कि रविवार की देर रात आग लगने के कारण चार बच्चों की मौत हो गई थी जबकि अन्य लोग बुरी तरह झुलस गए थे। सभी को जेएलएनएमसीएच में भर्ती कराया गया था। सोमवार चार बजे शाम को करुणा देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों में सतीश सिंह के पुत्र कृष्ण कुमार, क्रांति कुमारी, शैलजा कुमारी, पुत्री पुष्पा कुमारी और सतीश सिंह की सास करुणा देवी शामिल हैं। करुणा देवी पति रामचंद्र, छत्तीसनगर थाना पसराहा, जिला खगडिय़ा की रहने वाली थीं। वहीं झुलसे हुए लोगों में पारस सिंह, लोचन सिंह और लक्ष्मी देवी भी शामिल हैं। आग लगने से सतीश सिंह, मंटू सिंह, शिवचंद्र सिंह, मीरा देवी, शंभू सिंह, भूदेव सिंह सचिदानंद सिंह, कारू सिंह, राजेश सिंह, ज्योतिष सिंह, सच्चिदानंद सिंह और जगरूप सिंह का घर जल गया।
कटाव के कारण रिंग बांध पर आकर रह रहे थे।
पीडि़तों में कटाव से विस्थापित परिवार श्रीपुर के रिंग बांध पर झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। इन परिवारों पर आग की चिंगारी कहर बन कर टूटी। रविवार की देर रात घूर से निकली चिंगारी से सतीश सिंह की किराना दुकान में आग लग गई। आग देखते ही देखते आसपास के घरों को भी अपने लपेटे में ले लिया। दुकान में ही चारों बच्चों अपने नानी करुणा देवी के साथ सोये हुए थे। ग्रामीणों ने जैसे ही करुणा देवी को बाहर खींचकर निकाला वैसे ही फूस का पूरा ठाट नीचे आ गया। जिसमें जलने से चारो बच्चों की मौत हो गई। आग बुझाने के दौरान पारस सिंह, पुरुषोत्तम सिंह भी झुलस गए। सभी को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया गया। करुणा देवी, पारस सिंह को इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच रेफर कर दिया गया।
फूस की झोपड़ी होने के कारण तेजी से फैल गई आग
ङ्क्षरग बांध पर अधिकांश घर झोपड़ी के होने के कारण आग तेजी से फैल गई। देखते ही देखते आसपास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि लोग अपने घर से कोई भी सामान भी नहीं निकाल पाए। अग्निशमन दस्ता आने के पश्चात और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया।
घटना की जानकारी मिलने पर नवगछिया एसपी निधि रानी,अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रवेंद्र भारती, नवगछिया सीओ विद्यानंद साह मौके पर पहुंचे और जायजा लिया। अनमंडल पदाधिकारी ने मृतक के परिजनों को तत्काल 98 सौ रुपये दिए। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपये मुआवजा के तौर पर दिए जाएंगे।