JLNMCH : 'मेडिकल छात्रों की हरकत से मैं शर्मिंदा हूं' Bhagalpur News
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व पूर्व प्राचार्य डॉ. अर्जुन कुमार सिंह ने कहा कि मेडिकल छात्रों की हरकत से मैं शर्मिदा हूं। ऐसी हरकत अशोभनीय है।
भागलपुर [जेएनएन]। कुछ दिन पहले मायागंज के स्थानीय लोगों और मेडिकल छात्रों के बीच हुए मारपीट का असर जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में भी दिखा। जेएलएनएमसीएच के 49वां स्थापना दिवस समारोह में उपस्थित ज्यादतर चिकित्सकों ने इसकी निंदा की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व पूर्व प्राचार्य डॉ. अर्जुन कुमार सिंह ने कहा कि मेडिकल छात्रों की हरकत से मैं शर्मिदा हूं। ऐसी हरकत अशोभनीय है। प्राचार्य डॉ. हेमंत कुमार सिन्हा ने कहा कि छात्रों ने उन दुकानदारों को भी नहीं छोड़ा, जो हम लोगों को हर दिन नास्ता और चाय पिलाते हैं। अस्पताल अधीक्षक डॉ. राम चरित्र मंडल ने कहा कि मैने हर कदम पर छात्रों का साथ दिया, मदद की, लेकिन छात्रों ने हमे भी नहीं छोड़ा। मेरे घर पर पथराव किया, मुझे गालियां दीं, मैं इससे मर्माहत हूं।
छात्रों ने अधीक्षक से मांगी माफी
अधीक्षक के संबोधन के बाद सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. मृत्युंजय कुमार ने उपस्थित छात्रों को अधीक्षक से माफी मांगने को कहा, इसके बाद छात्रों ने माफी मांगी। वहीं, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. संदीप लाल ने कहा कि ऐसी घटना से पूरा डॉक्टर समुदाय बदनाम होता है। ऐसे छात्रों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। डॉ. रोमा यादव ने कहा कि ऐस छात्रों की वजह से खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम को रद करना पड़ा। डॉ. हेम शंकर शर्मा और डॉ. डीपी सिंह ने छात्रों को अनुशासन में रहने की सलाह दी। इस अवसर पर ईएनटी के विभागध्यक्ष डॉ. एसपी सिंह, मेडिसीन के विभागाध्यक्ष डॉ. विनय कुमार, नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. उमा शंकर सिंह, डॉ. सोमेन चटर्जी सहित कई चिकित्सक उपस्थित थे।
डॉ. निधि समेत चार छात्राओं को मिला गोल्ड मेडल
स्थापना दिवस समारोह में चार छात्राओं को गोल्ड मेडल दिया गया। इसमें डॉ. निधि कुमारी को सभी विषयों में टॉपर का पुरस्कार, डॉ. तनिषा को उषा सिन्हा मेमोरियल गोल्ड मेडल, डॉ. साक्षी को डॉ. मृत्युंजय कुमार गोल्ड मेडल, डॉ. स्नेहा अग्रवाल को डॉ. आरएन झा मेमोरिया गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया।
इस बार सादे समारोह में मनाया गया स्थापना दिवस
मेडिकल कॉलेज के स्थापना दिवस पर इस बार सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया गया। इस बार केवल केक काटा गया। वहीं, छात्रों की उपस्थिति भी बहुत कम थी। एक चौथाई भी छात्र स्थापना दिवस कार्यक्रम में उपस्थित नहीं थे। ज्ञात हो कि मायागंज के स्थानीय लोगों से छात्रों की झड़प मामले में पुलिस ने 22 छात्रों को आरोपित बनाया है। कार्रवाई के डर से ज्यादातर छात्र हॉस्टल खाली कर घर चले गए हैं। वहीं, कॉलेज में तनाव को देखते हुए छात्रों को भी उनके परिजन घर लेकर चले गए हैं ।