खगडिय़ा में पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व मंत्री विद्यासागर निषाद, राजद के राष्ट्रीय नेता थे निषाद
इलाज के दौरान पटना में विद्यासागर निषाद आकस्मिक निधन हो गया था। मंगलवार की देर शाम को उनका पार्थिव शरीर जिले के उसरी-गोगरी स्थित उनके पैतृक आवास पर ले आया गया था।
खगड़िया, जेएनएन। पूर्व मंत्री व राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विद्यासागर निषाद बुधवार को यहां पंचतत्व में विलीन हो गए। गोगरी-कामास्थान गंगा घाट पर उनके छोटे पुत्र जितेंद्र निषाद ने उन्हें मखाग्नि दी। मंगलवार की सुबह इलाज के दौरान पटना के एक अस्पताल में उनका आकस्मिक निधन हो गया था। मंगलवार की देर शाम को उनका पार्थिव शरीर जिले के उसरी-गोगरी स्थित उनके पैतृक आवास पर ले आया गया था। इससे पूर्व खगडिय़ा-बेगूसराय की सीमा पर सैनिक लाइन होटल के समीप राजद के कार्यकर्ताओं ने उनका अंतिम दर्शन किया और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। उनका पार्थिव शरीर जैसे ही उसरी पहुंचा, वहां मौजूद हरेक की आंखें नम हो उठीं।
खगडिय़ा के डीएम आलोक रंजन घोष, एसपी मीनू कुमारी, गोगरी एसडीओ सुभाषचंद्र मंडल, अपर एसडीओ चंद्रकिशोर सिंह ने पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उनके समर्थकों ने विद्यासागर निषाद अमर रहें व जब तक सूरज चांद रहेगा विद्यासागर तेरा नाम रहेगा आदि नारे भी लगाए।
बुधवार की सुबह उसरी स्थित आवासीय परिसर से स्व. विद्यासागर निषाद के पार्थिव शरीर को दाह-संस्कार के लिए गोगरी-कामास्थान गंगा घाट लाया गया। उनके छोटे पुत्र जितेंद्र निषाद ने उन्हें मखाग्नि दी। इस मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी, ग्रामीण, राजद नेता-कार्यकर्ता समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी मौजूद थे।