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सीमांचल के अनानास किसानों की तकदीर बदल सकता है फूड प्रोसेसिंग प्लांट, कोरोना संकट के कारण करोड़ो का हुआ नुकसान

किशनगंज में चाय अनानास ड्रैगन फ्रूट काली मिर्च तेजपत्ता मक्का केला आदि का बड़े पैमाने पर उत्पादन हो रहा है। लेकिन फूड प्रोसेसिंग यूनिट नहीं होने के कारण किसानों को उचित लाभ नहीं मिल पाता है। यहां पर इसकी स्थापनी की मांग लंबे समय से किसान कर रहे हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Sat, 26 Sep 2020 09:47 PM (IST)Updated: Sat, 26 Sep 2020 09:47 PM (IST)
सीमांचल के अनानास किसानों की तकदीर बदल सकता है फूड प्रोसेसिंग प्लांट, कोरोना संकट के कारण करोड़ो का हुआ नुकसान
अनानास की खेती करने वाले किसानों को इस बार हुआ भारी नुकसान।

किशनगंज, जेएनएन। बंगाल से सटे किशनगंज जिले की भौगोलिक स्थिति व जलवायु अनुकूल होने की वजह से किसान बड़े पैमाने पर नगदी फसल का उत्पादन कर रहे हैं। चाय, अनानास, ड्रैगन फ्रूट, काली मिर्च, तेजपत्ता, मक्का, केला आदि का बड़े पैमाने पर उत्पादन हो रहा है। लेकिन चाय, अनानास आदि फसलों के लिए फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाने की मांग वर्षाें से अनसुनी की जा रही है। जिस कारण अनानास की खेती कर लगभग तीन हजार से अधिक किसानों को कोरोना काल में करोंड़ों का नुकसान हो चुका है।

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पारंपरिक फसलों में जहां काफी देखभाल की जरूरत होती है, वहीं अपेक्षाकृत अनानास के फसल का रखरखाव आसान माना जाता है। इसमें लागत अधिक होने से किसानों का मुनाफा कमाने के लिए फूड प्रोसेङ्क्षसग प्लांट की आवश्यकता आन पड़ी है। कोरोना संकट काल में इसकी कमी किसानों को काफी खली। बाजार व प्रोसेङ्क्षसग प्लांट के अभाव में करोड़ों का अनानास खेत में ही खराब हो गया।

खासकर ठाकुरगंज व आसपास के क्षेत्रों में करीब 10 हजार एकड़ क्षेत्रफल में तीन हजार से अधिक किसान अनानास की खेती कर रहे हैं। वर्षों से जनप्रतिनिधियों द्वारा फूड प्रोसेङ्क्षसग प्लांट की स्थापना की बात कही जा रही है। लेकिन अब तक दिशा में कोई ठोस कार्य धरातल में नहीं दिख रहा है। अगर मंडी व प्रोसेङ्क्षसग प्लांट लग जाए तो अनानास के उत्पादन का रकबा भी बढ़़ेगा। 2012 में सेवा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ठाकुरगंज में अनानास किसानों से मिलकर फूड प्रोसेङ्क्षसग प्लांट लगाने का आश्वासन दिया था। किसान प्रमोद साह, सुबोध शंकर ङ्क्षसह, रविन्द्र ङ्क्षसह, दिलीप ङ्क्षसह, रामप्रसाद महतो आदि बताते हैं कि राज्य में एकमात्र ठाकुरगंज प्रखंड में अनानास का उत्पादन हो रहा है। कोरोना के कारण पके अनानास की बिक्री नहीं की जा सकी, फल खेत में ही सड़ गए। इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। यदि क्षेत्र में अनानास फल से संबंधित फूड प्रोसेङ्क्षसग प्लांट होता तो किसानों को नुकसान नहीं उठाना पड़ता। दिनोंदिन बढ़ती समस्या के कारण अनानास की खेती से हमलोगों का मोहभंग होने लगा है। अपने क्षेत्र में बड़ी मात्रा में अनानास की खेती के बावजूद भी स्थानीय स्तर पर मंडी नहीं है। जिस कारण राज्य में उत्पादित होने वाले अनानास फल को पश्चिम बंगाल के विधाननगर, सोनापुर आदि मंडियों में बेचने पर मजबूर हैं।

विधानसभा में ठाकुरगंज में अनानास की खेती को बढ़ावा देन व संबंधित किसानों को लाभ दिलाने हेतु प्रश्न किया गया था। जिसपर कृषि विभाग के मंत्री के द्वारा आश्वस्त किया गया था कि फूड प्रोसेङ्क्षसग प्लांट के निर्माण हेतु प्रस्ताव भेजा जाएगा। मैं इस दिशा में लगाता प्रयासरत हूं। - नौशाद आलम, विधायक, ठाकुरगंज।


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