भोलानाथ पुल : बनेगा फ्लाईओवर, रेलवे से मिल चुका है जीएडी, जानिए... कहां से आएगी राशि Bhagalpur News
मिरजानहाट शीतला स्थान से भीखनपुर गुमटी नंबर दो के बीच 1110 मीटर भोलानाथ पुल के उपर फ्लाईओवर की पटना की ट्रांसटेक ने डीपीआर बनाई है।
भागलपुर [जेएनएन]। भोलानाथ पुल के उपर प्रस्तावित फ्लाईओवर के निर्माण की दिशा में कवायद तेज हो गई है। इसके लिए विभाग को रेलवे से जेनरल एग्रीमेंट ड्राइंग (जीएडी) मिल चुका है। रेलवे ने विभाग से दो फीसद सुपरविजन (पीएंडई) चार्ज की मांग की है।
इधर, पुल निर्माण निगम ने डीपीआर की प्रशासनिक स्वीकृति के लिए मुख्यालय भेज दिया है। जिसमें रेलवे द्वारा मांगी गई दो फीसद पीएंडई चार्ज भी शामिल है, साथ ही भूमि अधिग्रहण की दिशा में भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सरकारी जमीन का अतिक्रमण कर बनाए गए घर और दुकानों में मार्किंग किया गया है।
पटना की ट्रांसटेक ने बनाई है डीपीआर
मिरजानहाट शीतला स्थान से भीखनपुर गुमटी नंबर दो के बीच 1110 मीटर भोलानाथ पुल के उपर फ्लाईओवर की पटना की ट्रांसटेक ने डीपीआर बनाई है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार मुख्यालय से स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। फ्लाईओवर निर्माण के लिए रेलवे से अनापत्ति पत्र मिल चुका है। सारा पैसा खर्च बिहार सरकार ही करेगी।
शीतला स्थान चौक से बौंसी लाइन तक करना होगा भूमि अधिग्रहण
मिरजानहाट शीतला स्थान चौक से बौंसी लाइन के बीच कम भू-अर्जन करने की जरूरत पड़ेगी। इशाकचक से भीखनपुर के बीच अधिक भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। डिक्शन मोड़ के पास फ्लाईओवर का पहुंच पथ बनेगा। दक्षिणी क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को देखते हुए बारह साल पूर्व ही भोलानाथ पुल के ऊपर फ्लाईओवर बनाने की सरकार ने योजना बनाई थी। वर्ष 2011 तक फ्लाईओवर का निर्माण पूरा होना था।
खास बातें
-फ्लाईओवर की चौड़ाई-8.4 मीटर यानी 28 फीट चौड़ी (टू लेन बनेगा)
-फ्लाईओवर की लंबाई : 1110 मीटर
-डिक्शन मोड़ के पास बनेगा पहुंच पथ
-निर्माण की राशि : 117 करोड़ रुपये, जिसमें 45 करोड़ रुपये भू-अर्जन में खर्च होंगे
-बारह साल पूर्व ही भोलानाथ पुल के ऊपर फ्लाईओवर बनाने की सरकार ने योजना बनाई थी
-वर्ष 2011 तक फ्लाईओवर का निर्माण पूरा होना था
-जनवरी 2020 तक काम शुरू और 2021 तक पूरा करने की योजना है
जलजमाव से लोगों को मिलेगी राहत
बरसात में चार माह भोलानाथ पुल के नीचे जलजमाव होने से आवागमन बाधित रहता है। हर दिन घंटों जाम लगा रहता है। इसके बनने से मोहद्दीनगर, मिरजानहाट, क्लबगंज, बबरगंज, सिकंदरपुर, शिवपुरी कॉलोनी, इशाकचक, लालूचक, एलआइसी कॉलोनी, बबरगंज समेत दक्षिणी क्षेत्र कई इलाकों के दो लाख आबादी को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके बनने से आवागमन की सुविधा होगी, जाम की समस्या का भी समाधान होगा
राम सुरेश राय (वरीय परियोजना अभियंता, पुल निर्माण निगम) ने कहा कि डीपीआर को प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होगी।