खतरे के निशान से 46 सेंमी. ऊपर पहुंची गंगा, अनठावन गांव जलमग्न
कहलगांव में गंगा खतरे के निशान से 46 सेंमी. ऊपर बहने लगी है। तेजी से पानी फैलने से बिरबन्ना पंचायत का अनठावन गांव जलमग्न हो गया है।
भागलपुर। कहलगांव क्षेत्र में कई और गांवों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। रात में एकाएक पानी बढ़ने से गोपाल हरिजन, रंजीत हरिजन, बटेश्वर हरिजन, बाबूलाल हरिजन, भुवेश्वर हरिजन, बालेश्वर चौधरी, बेचन चौधरी, सक्कल यादव, घनश्याम, चन्द्रदीप, जगदीश, सोनेलाल, सहदेव यादव, कार्तिक चौधरी, अरुण मंडल, अनिरुद्ध मंडल आदि के घर डूब गए हैं। ग्रामीणों को घर से सामान निकालने का मौका तक नहीं मिला। वे सुरक्षित स्थान पर जाने की तैयारी में लगे हुए हैं। प्रशासन की ओर से अभी तक बाढ़ पीड़ितों की सुधि नहीं ली गई है।
मुखिया ललिता देवी ने कहा कि अंचलाधिकारी को सूचना दे दी गई है। राहत शिविर खोलने की माग की गई है। गाव एवं आसपास पानी का फैलाव तेजी हो रहा है। स्कूल भी दो तरफ से बाढ़ के पानी से घिर गया है।
रानीदियारा और टपुआ में कटाव जारी
रानीदियारा और टपुआ गाव में गंगा कटाव अभी भी जारी है। रानीदियारा में बजरंगबली मंदिर के निकट स्थित पीपल का पेड़ कटकर गंगा में समा गया। गांव में त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है। ग्रामीण अनंत कुमार मंडल ने बताया कि बोरहिया रानीदियारा पथ के मोड़ पर कटाव का खतरा बढ़ता जा रहा है। मोड़ कटा तो गाव से आवागमन ठप हो जाएगा। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर जाने में भी परेशानी होगी। टपुआ गाव पर भी कटाव का खतरा बढ़ता जा रहा है। रानीदियारा टपुआ पथ स्थित सामुदायिक भवन के निकट स्थित पुलिया का एक हिस्सा गंगा में विलीन हो गया है। कटाव स्थल के मुहाने पर पहुंचे करीब एक दर्जन परिवार घर खाली कर पलायन कर चुके हैं।
पंचायत समिति सदस्य कन्हैया लाल सिंह एवं अटल बिहारी ने बताया कि जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी गाव आकर सिर्फ कोरम पूरा कर चले जा रहे हैं। गाव को बचाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। गाव को बचाने के लिए ग्रामीण रतजगा कर रहे हैं।