Flood in Bihar: भागलपुर में बाढ़ पीड़ितों ने किया SDM पर हमला, मधेपुरा में CO को बनाया बंधक
बिहार में बाढ़ पीड़ितों को गुस्सा अब दिखने लगा है। शनिवार को बाढ़ पीडि़तों ने भागलपुर में एसडीएम आशीष नारायण पर हमला कर दिया। वहीं मधेपुरा में सीओ को बंधक बनाया।
पटना, जेएनएन। बिहार (Bihar) में बाढ़ पीड़ितों को गुस्सा अब दिखने लगा है। शनिवार को जहां बाढ़ पीड़ितों ने भागलपुर (Bhagalpur) में अनुमंडल पदाधिकारी (SDM) आशीष नारायण पर हमला कर दिया। वहीं मधेपुरा (Madhepura) में अंचलाधिकारी (CO) को लोगों ने बंधक बना लिया। इतना ही नहीं, बाढ़ पीड़ितों ने सीओ को बाढ़ प्रभावित इलाकों में घुमाया भी। सीओ गमछा पहनकर लोगों के साथ काफी देर तक बाढ़ पीड़ित लोगों का जायजा लिया। तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ। जबकि, भागलपुर में लोगों के उग्र रूप देखकर एसडीएम ने मौके से किसी तरह निकल कर अपनी जान बचाई।
जान बचाकर भागे एसडीएम
भागलपुर से जेएनएन के अनुसार, नाथनगर के रामचंद्रपुर नवटोलिया के पास सदर एसडीएम आशीष नारायण की गाड़ी पर शनिवार को बाढ़ पीड़ितों ने पथराव कर दिया। इसमें उनकी गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। एसडीओ किसी तरह जान बचाकर वहां से निकलकर सुरक्षित स्थान पर गए। बाढ़ पीड़ितों ने एसडीएम के गार्ड की बुरी तरह पिटाई कर दी। गार्ड ने बीच बचाव के लिए तीन राउंड हवाई फायरिंग की। हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है।
पुलिस को करना पड़ा बल प्रयोग
बताया जाता है कि बाढ़ पीड़ितों को नियंत्रण में करने के लिए मौजूद पुलिसवालों ने हल्का बल प्रयोग किया। जिसमें दिलखुश कुमार और घुटर यादव घायल हो गए हैं। घुटर को नाथनगर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाढ़ पीड़ितों के पथराव में एसडीएम के साथ रहने वाले चालक, बॉडीगार्ड समेत पांच पुलिस वालों को भी चोटें आई है। उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बाढ़ पीडि़तों ने किया पथराव
एसडीएम आशीष नारायण ने बताया कि बाढ़ क्षति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम भागलपुर आने वाली थी। टीम को रिसीव करने के लिए वे खुद सुल्तानगंज की तरफ जा रहे थे। रामचंद्रपुर नवटोलिया के पास लंबा जाम लगा हुआ था। जब उनका गार्ड जाम हटाने के लिए आगे बढ़ा तो देखा कुछ लोग बीच सड़क पर लकड़ी का बड़ा टुकड़ा रख वाहनों से अवैध वसूली कर रहे हैं। गार्ड ने इसकी जानकारी उन्हें दी। उन्होंने वसूली कर रहे लोगों को पकड़ने के लिए कहा। जब गार्ड सड़क पर रखी लकड़ी को हटाकर वसूली कर रहे लोगों को पकड़ने गए तो बाढ़ पीड़ितों ने गार्ड की पिटाई कर दी। इसका विरोध करने पर बाढ़ पीड़ित आक्रोशित हो गए और पथराव शुरू कर दिया।
घटना की जानकारी होते ही मौके पर सिटी डीएसपी राजवंश सिंह, नाथनगर थानेदार मु. सज्जाद हुसैन, ललमटिया इंचार्ज बबलू कुमार, मधुसूदनपुर चौकी इंचार्ज मनीष कुमार समेत दंगा नियंत्रण वाहन पहुंची। सिटी डीएसपी ने एसडीओ को वहां से सुरक्षित निकाला। सिटी डीएसपी ने बाढ़ पीड़ितों को समझा बुझाकर शांत कराया। ग्रामीणों का आरोप है कि एसडीओ के गार्ड ने उनकी बेवजह पिटाई कर दी। इसके विरोध में ही उन लोगों ने पुलिस पर पथराव किया था। इस मामले में नाथनगर सीओ राजेश कुमार के बयान पर नाथनगर थाना में दो नामजद व कई अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना के समय नाथनगर सीओ एसडीओ के साथ थे। इन दौरान एनएच-80 पर लम्बा जाम लग गया। बाढ़ पीड़ितों के शांत होने के बाद परिचालन सामान्य होने में कई घंटे लगे।
तब गमछा पहनकर सीओ ने लिया जायजा
मधेपुरा जेएनएन के अनुसार मुरलीगंज के सिंगियान पंचायत में बाढग़स्त इलाके का दौरा करने मुस्लिम टोला पहुंचे सीओ शशिभूषण कुमार के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। सीओ को लोगों ने बंधक बना लिया। बाद में सीओ ने गमछा पहनकर इलाके का दौरा किया। इसके बाद उन्होंने पीडि़तों की एसडीओ से बात कराते हुए मदद का आश्वासन दिया। आक्रोशित लोग स्वच्छ पानी और शिविर लगाकर भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग कर रहे थे। प्रभावित लोगों ने मुआवजे की मांग भी की।
बताया गया कि पिछले दिनों लगातार बारिश के कारण मुस्लिम टोला चारों तरफ से पानी से घिर गया है। दर्जनों घरों में अभी भी पानी है। सरकार द्वारा कुछ भी सहायता नहीं मिल रही है। इससे लोगों में आक्रोश था। सबसे खराब स्थिति पेयजल की थी। सीओ शशिभूषण कुमार का कहना था कि उनके पास किसी तरह का आवंटन नहीं है। यह बात सुनते ही लोग आक्रोशित हो गए और उसके बाद उन्हें बंधक बना लिया। काफी देर बात सीओ ने जब एसडीओ से बात कराई तो लोग शांत हुए।