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11 तक खाना नहीं, एक के बाद आना नहीं

भागलपुर। टिल्हा कोठी के रविंद्र भवन परिसर में रह रहे बाढ़ पीड़ितों को अब भरपेट पेट भ्

By Edited By: Published: Sun, 04 Sep 2016 03:01 AM (IST)Updated: Sun, 04 Sep 2016 03:01 AM (IST)
11 तक खाना नहीं, एक के बाद आना नहीं

भागलपुर। टिल्हा कोठी के रविंद्र भवन परिसर में रह रहे बाढ़ पीड़ितों को अब भरपेट पेट भोजन भी शिविर में नहीं मिल पा रहा है। शिविर में समय से पहले ही भोजन खत्म हो जा रहा है। दो-तीन दिन तो लोगों ने शिविर में भरपेट भोजन किया। किंतु अब राहत शिविरों की अस्थायी झोपड़ियों में सुबह शाम परिवार पेट पालने के लिए अपना चूल्हा जला रहे हैं। उनका कहना है कि वे लोग सरकारी खाने के भरोसे नहीं रह सकते।

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'पहले आओ पहले पाओ' वाली हो गई है व्यवस्था

टिल्हा कोठी स्थित बाढ़ राहत शिविर में 'पहले आओ पहले पाओ' वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है। शुक्रवार को सुबह 11.00 बजे तक खाना बनकर तैयार हो गया था। लोगों के बीच खाना वितरण हुआ वहीं कुछ लोगों ने वहीं बैठकर खाना खाया। 1.00 बजे तक दाल और सब्जी को छोड़कर चावल नहीं बच पाया। इतने में दो दर्जन लोग और बच्चे खाली थाली लेकर वहां पहुंच गए। पहले तो उन्हें कहा गया कि अब 10 लोगों के लिए खाना नहीं बनेगा। किंतु जब उन लोगों ने हल्ला शुरू किया तो खाना बना रहे लोगों ने उनके चावल बनाना शुरू किया।

दोनों समय चावल खाने से बच्चे हो रहे बीमार

शिविर में रह रही महिला किरण देवी ने कहा कि दोनों समय चावल खाकर बच्चों की तबियत खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि इस कारण वे लोग शिविर का खाना ही नहीं खाते हैं। फूलो देवी ने कहा कि वे एक बजे जब खाना खाने लाने गई तो चावल खत्म हो गया था। जब उन्होंने चावल मांगा तो बताया गया कि अब रात का खाना बन रहा है। दोबारा चावल नहीं बनेगा। किंतु जब दो-चार लोग एक जुट होने लगे तो खाना बनाने वाले लोगों ने उन्हें चावल बनाकर देने की बात कही।


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