कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर पहुंची गंगा, नए इलाकों में घुसा पानी
कहलगाव में गंगा खतरे के निशान से सात सेंटीमीटर ऊपर बहने लगी है।
भागलपुर। कहलगाव में गंगा खतरे के निशान से सात सेंटीमीटर ऊपर बहने लगी है। कुआ, भैना, गेरुआ और घोघा नदी भी उफान पर है। जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से नए इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। कहलगांव में गंगा का जलस्तर एक घटे में एक सेंटीमीटर बढ़ रहा है। इसकी वजह से दियारा क्षेत्र चौर जलमग्न हो चुका है। रेल लाइन और एनएच के बीच तथा मैदानी इलाकों में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रही है। कई गाव बाढ़ के पानी से घिरने लगे हैं। इससे लाखों लोगों में दहशत का माहौल छाने लगा है। भयावह बनी हुई है स्थिति
रानीदियारा एवं टपुआ में गंगा कटाव की स्थिति भयावह बनी हुई है। तेज कटाव जारी है। बुद्धवार से लेकर गुरुवार की संध्या तक करीब एक दर्जन ग्रामीणों की जमीन गंगा में विलीन हो गई है। अन्य ग्रामीण जानमाल की सुरक्षा के लिए सुरक्षित स्थान की तलाश कर रहे हैं। पूरे गाव पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है।
बुद्धवार को कटाव रोकने के लिए कटाव स्थल पर गिराये गए पेड़ की टहनिया और करीब एक दर्जन बड़े पेड़ गंगा में बह गई। अटल बिहारी, कन्हैया लाल सिंह, अमित कुमार, सुबोध मंडल आदि ने बताया कि जेसीबी मंगाया गया है। वृक्ष को उखाड़ कर कटाव स्थल पर डाला जाएगा। ग्रामीणों का आरोप है कि बड़े जनप्रीतिनिधि भी देखने नहीं आ रहे है। कटाव पीड़ित त्राहिमाम कर रहे हैं। ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है।