अलीगंज में डॉक्टर के घर डकैती का पर्दाफाश, पूर्व चालक निकला मास्टरमाइंड
पुलिस के मुताबिक डॉ रवीश के घर सीसीटीवी में चार लोग दिख रहे थे। इस आधार पर मामले में लूट की धारा में केस दर्ज किया गया था। लेकिन एसएसपी ने कहा कि इसमें चार से ज्यादा लोग शामिल थे।
भागलपुर [जेएनएन]। अलीगंज में डॉक्टर रवीश कुमार के घर तीन दिसंबर को डकैती का पुलिस ने गुरुवार को पर्दाफाश कर दिया है। डकैती का मास्टरमाइंड डॉक्टर का पूर्व ड्राइवर अलीगंज गंगटी निवासी अनिल साह निकला। वह पिछले 10 सालों से डॉक्टर की कार चलाता था। कुछ ही दिन पहले ही उसने नौकरी छोड़ दी थी। इसके अलावा घटना में शामिल हबीबपुर के गायत्री कॉलोनी निवासी आकाश कुमार, अलीगंज-गंगटी निवासी अमर यादव व विक्की यादव और जगदीशपुर के तीनपुलिया निवासी सुनील मंडल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आकाश मारवाड़ी कॉलेज में इंटर का छात्र है। इसकी जानकारी एसएसपी आशीष भारती ने प्रेसवार्ता में दी।
विशेष टीम ने किया है गिरफ्तार
एसएसपी ने बताया कि घटना के बाद सिटी डीएसपी राजवंश सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की थी। इसमें शामिल बबरगंज चौकी प्रभारी राजेश कुमार रंजन, दारोगा रमेश चंद्र व राधेश्याम और एएसआइ कैलाश यादव ने सीसीटीवी वीडियो फुटेज और अपराधियों से बरामद बाइक के आधार पर जांच शुरू कर दी। टीम ने अलग अलग बिंदुओं पर जांच शुरू की तो अनिल साह के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद बाइक के कनेक्शन से पुलिस अन्य अपराधियों तक पहुंची। पूछताछ में अपराधियों ने अपना जुर्म पुलिस के समक्ष कबूल कर लिया। वहीं तीसरी मंजिल से नीचे कूदने वाले आकाश के पैर में चोट आई है।
सीओ के घर डकैती में शामिल था सुनील मंडल
डकैती में शामिल अपराधियों में से कुछ का आपराधिक इतिहास है। इसमें सुनील मंडल भीखनपुर स्थित जगदीशपुर के पूर्व सीओ नवीन भूषण के घर डकैती में शामिल था। इसके अलावा बबरगंज पुलिस ने उसे आम्र्स के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वहीं विक्की यादव बबरगंज से चोरी के मामले में जेल गया था। वह शाहकुंड में पिकअप वैन से शराब चोरी कर ले जाने मामले में भी जेल की हवा खा चुका है। कोतवाली पुलिस ने भी विक्की को शराब के नशे में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पुलिस अन्य अपराधियों के आपराधिक इतिहास का पता लगा रही है।
डकैती की धारा में परिवर्तित हो जाएगा मामला
पुलिस के मुताबिक रवीश कुमार के घर सीसीटीवी में चार लोग दिख रहे थे। इस आधार पर मामले में लूट की धारा में केस दर्ज किया गया था। लेकिन एसएसपी ने कहा कि इसमें चार से ज्यादा लोग शामिल थे। इसके लिए लूट की धारा सुपरविजन में डकैती में परिवर्तित हो जाएगी। पुलिस डॉक्टर की पत्नी से लूटे हुए कंगन, सोने की चेन व मोबाइल बरामदगी का प्रयास कर रही है। अब तक सफलता हाथ नहीं लगी है।
ब्रजेश ने पुलिस से छिपाई सच्चाई
इस मामले में आकाश ने कहा कि उसने अपने दोस्त ब्रजेश से यामाहा बाइक ली थी। उसने बाइक चुराई नहीं थी। वहीं ब्रजेश ने इस मामले में पुलिस को धोखे में रखते हुए डीआइजी विकास वैभव को अपनी बाइक चोरी की शिकायत की। जबकि वह इस बात से वाकिफ था कि उसकी बाइक बबरगंज पुलिस ने डकैती कर भाग रहे अपराधियों से बरामद की है। लेकिन उसने इस सच्चाई को छिपा लिया। ऐसे में ब्रजेश की भूमिका इस मामले में संदिग्ध है। एसएसपी ने कहा कि पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। यदि उसकी संलिप्तता होगी तो उस पर भी कार्रवाई होगी।