Move to Jagran APP

शनिचर था घर का इकलौता कमाने वाला, अब कौन चलाएगा उनके परिवार की नइया

नगर निगम गेट पर ट्रक से कुचलकर हुई तीन लोगों की मौत मामले में जोगसर पुलिस ने घटना के चश्मदीद कुतुबगंज निवासी विजय मोदी के बयान पर चालक के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 09:51 PM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 10:30 AM (IST)
शनिचर था घर का इकलौता कमाने वाला, अब कौन चलाएगा उनके परिवार की नइया
शनिचर था घर का इकलौता कमाने वाला, अब कौन चलाएगा उनके परिवार की नइया

भागलपुर (जेएनएन)। नगर निगम गेट पर शनिवार को ट्रक से कुचलकर हुई तीन लोगों की मौत मामले में जोगसर पुलिस ने घटना के चश्मदीद कुतुबगंज निवासी विजय मोदी के बयान पर चालक के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। वहीं रविवार को पुलिस ने अरुण मोदी, शनिचर साह और कोको रजक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। तीनों के परिजन व गांव वाले काफी संख्या पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे थे। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। ट्रक का खलासी अब तक पुलिस अभिरक्षा में है।

loksabha election banner

दुर्घटना में मारे गए कुतुबगंज निवासी शनिचर मोदी की दो बेटियां है। उसकी पत्नी संगीता पोस्टमार्टम में दहाड़ मारकर रो रही थी। वह घर में एकलौता कमाने वाला था। पत्नी ने कहा कि उसके पति की अचानक मौत होने से पूरा घर बिखर गया। अब दो बेटियों की परवरिश कैसे होगी। शनिचर की दोनों बेटियों का भी रो रोकर बुरा हाल था। वहीं अन्य घर वालों को भी कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वे लोग क्या करें। घटना को लेकर ग्रामीणों में भी आक्रोश है। वे लोग पुलिस पर वसूली कर ट्रकों पर लगाम नहीं लगाने का आरोप लगा रहे थे।

अरुण मोदी और कोको की भी अर्थिक स्थिति खराब

घटना में मरने वाले अरुण मोदी और कोको रजक की भी आर्थिक स्थिति काफी खराब है। वे लोग किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। कोको शादी शुदा नहीं है। वह मूल रूप सन्हौला के विशेषखानी का रहने वाला है। वह गुरूद्वारा रोड में अपने फूफा छेदी रजक के यहां रहता था। वहीं अरुण मोदी मूल रूप से नाथनगर के मनोहरपुर का रहने वाला है। लेकिन सिकंदरपुर के मोतीलाल लेन में किराए पर परिवार के साथ रहता था। उसे दो बेटा और दो बेटियां हैं। अब उसके परिवार के सामने भी बच्चों के परवरिश की चिंता है। दोनों के परिजन इस घटना पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। अरूण की पत्नी बार बार बेहोश हो रही थी। जबकि कोको के परिवार वालों की स्थिति काफी बुरी थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.