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रबी फसल की बुआई के लिए किसान तैयार, इस बार भागलपुर में 45 हजार हेक्टेयर में लगेगा गेहूं, बीज के लिए करना होगा आवेदन

रबी फसल की बुआई के लिए किसान तैयार हैं। इस बार भागलपुर में 45 हजार हेक्‍टेयर में गेहूं की खेती होगी। इसके लिए कृषि विभाग की ओर से किसानों को बीज भी उपलब्‍ध कराया जाएगा। इस पर काम शुरू...

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sat, 13 Nov 2021 09:46 PM (IST)Updated: Sat, 13 Nov 2021 09:46 PM (IST)
रबी फसल की बुआई के लिए किसान तैयार, इस बार भागलपुर में 45 हजार हेक्टेयर में लगेगा गेहूं, बीज के लिए करना होगा आवेदन
रबी फसल की बुआई के लिए किसान तैयार हैं।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। इस साल 45 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बुआई होगी। इसको लेकर कृषि विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। विभाग की ओर से अनुदानित दर पर बीज बांटने का काम शुरू कर दिया गया है, लेकिन खेत में पानी जमा रहने की वजह से बुआई नहीं हो पा रही है। पिछले महीने आई बाढ़ और इस माह लगातार तीन से चार दिनों तक हुई बारिश के कारण खेतों में पानी जमा हो गया है। खेत से पानी नहीं निकलने के कारण गेहूं की बुआई नहीं हो पा रही है। गेहूं ही नहीं चना, मक्का, सरसों, तीसी आदि फसलों की भी बुआई नहीं हो पा रही है। जबकि किसानों के लिए बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

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17512 हेक्टेयर में धान की फसल बर्बाद

बाढ़ व बारिश की वजह से 17512 हेक्टेयर में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई। केला, सब्जी, मक्का की फसल भी बाढ़ की भेंट चढ़ गया है। ऐसे खेतों में किसान अगत्तर गेहूं, चना, मक्का, तीसी, सरसों आदि फसल चलाना चाह रहे हैं। लेकिन खेत अभी जोताई की स्थिति में नहीं है। अधिकांश खेत में पानी जमा रहने की वजह से किसान बुआई नहीं कर पा रहे हैं। किसानों को खेत से पानी निकलने का इंतजार है।

धान का उत्पादन होगा कम

इस साल 152119.168 मीट्रिक टन धान होने की उम्मीद है। इस साल 52635 हेक्टेयर में धान की खेती की गई थी। 238857.5 मीट्रिक टन धान होने की उम्मीद थी। लेकिन बाढ़ व बारिश की वजह से 17512 हेक्टेयर में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई। इस कारण इस साल मात्र 152119.168 मीट्रिक टन ही धान का उत्पादन होने का अनुमान है। प्रति हेक्टेयर 23.72 क्विंटल धान होने का अनुमान है। जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णकांत झा ने बताया कि जिले में इस साल समय पर धान की रोपनी हो गई थी। मौसम का साथ किसानों को मिल रहा था। लेकिन बाढ़ और बारिश की वजह से धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। अब किसानों को इसकी भरपाई गेहूं सहित अन्य रबी फसल से करना होगा।

किसानों को किया जा रहा जागरूक

रबी फसल को लेकर आत्मा की ओर से किसानों को जागरूक किया जा रहा है। जिले के हर प्रखंड और पंचायत में चौपाल लगाकर किसानों को रबी फसल को लेकर जानकारी दी जा रही है। वैज्ञानिक सलाह दिए जा रहे हैं। खेत से पानी निकलने के बाद कौन सी फसल लगाएं। फसल लगाने के दौरान क्या करें। आत्मा के उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि किसानों को रबी फसल को लेकर हर प्रकार की सलाह दी जा रही है, ताकि किसान बेहतर उत्पादन कर सकें।

45000 हेक्टेयर में गेहूं की बुआई का लक्ष्य है। 138300 एमटी उपज होने का अनुमान है। रबी फसल को लेकर बीज का वितरण शुरू हो गया है। 990 क्विंटल बीज जिले में उपलब्ध है। दो हजार 54 क्विंटल बीज के लिए राशि जमा कर दी गई है। -कृष्णकांत झा, जिला कृषि पदाधिकारी

फसल-लक्ष्य (हे.)-उत्पादन (एमटी)-उत्पादकता (किलो प्रति हे.)

गेहूं-45000-138300-3067

जौ-600-840-1400

रबी मक्का-27400-232900-8500

गर्मा मक्का-12700-76416-6017

चना-3250-7900-1612

मसूर-4360-5460-1252

मटर-1710-2700-1579

अन्य दलहन-3850-5720-1486

सरसों-3140-4500-1433

तीसी-1130-1560-1380

सूर्यमुखी-135-350-2592

तिल-75-75-1000

बीज लक्ष्य उपलब्धता वितरण

गेहूं 6218 458 000

चना 1719 127 11

मसूर 1021 233 23

सरसों 000 53 04

मक्का 000 000 000

सरसों मिनी 000 170 000 


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