बैंक की राशि नहीं चुका पाने पर किसान ने की आत्महत्या
42 वर्षीय किसान संतोष पूर्वे ने सोमवार की रात को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।
बांका (जेएनएन)। बैंक ऋण की राशि चुकता नहीं कर पाने से डिप्रेशन में रहने के कारण बांका जिले के बाराहाट प्रखंड के बभनगांवा गांव के 42 वर्षीय किसान संतोष पूर्वे ने सोमवार की रात को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया। उनकी पत्नी अनिता देवी ने पुलिस को बताया कि बिहार ग्रामीण बैंक के ब्रांच मैनेजर ने 15 दिनों के अंदर ऋण के रूप में ली गई बकाया राशि नहीं लौटाने पर जेल भेजने की धमकी दी थी। इसी डिप्रेशन में आकर उनके पति ने आत्महत्या कर ली। थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। जानकारी के अनुसार संतोष पूर्वे ने वर्ष 2013 में बिहार ग्रामीण बैंक की बभनगामा शाखा से समूह ऋण के रूप में 45,000 हजार रुपये लिए थे। उन्हें चुकाने में वे असमर्थ थे। संतोष की पुत्री नेहा ने बताया कि पिछले 23 अक्टूबर को बैंक के ब्रांच मैनेजर व कुछ अधिकारी पुलिसकर्मियों के साथ घर पर पहुंचकर उसके पापा को काफी भला बुरा कहा था। उस दौरान पुलिस ने उन्हें जीप पर बिठा लिया था। उन्होंने किसी तरह दस हजार रुपये का इंतजाम कर बैंक मैनेजर को दिए थे। रुपया देने के बाद उसके पापा को छोड़ा गया था। पापा ने शेष राशि चुकाने के लिए कुछ समय की मांग की थी। लेकिन बैंक कर्मियों द्वारा लगातार पैसे जमा करने पर जोर दिया जा रहा था। इससे उसके पापा डिप्रेशन में रहने लगे थे। आखिरकार उन्होंने इस तरह का आत्मघाती कदम उठा लिया। पंचायत के मुखिया दिगंबर मंडल ने कहा कि लाभुकों के प्रति बैंक कर्मियों का व्यवहार काफी खराब है। उन्हें लगातार इसकी शिकायत मिल रही है। वरीय पदाधिकारियों को इसकी जानकारी दी जाएगी।
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संतोष के ऋण की राशि जमा नहीं करने पर उनके खिलाफ नीलाम पत्रवाद दायर किया गया था। उनके परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने नियम से हटकर कुछ भी नहीं किया है।
अर¨वद वर्मा, शाखा प्रबंधक, बिहार ग्रामीण बैंक