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मातृ-पितृ पूजन दिवस : मां बाप को मत भूलना... भव्‍य समारोह में माता-पिता की पूजा करेंगे संतान

मातृ-पितृ पूजन दिवस आज 14 फरवरी है। इस दिन मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया जाता है। भागलपुर में इसे भव्‍य बनाने के लिए जागृत युवा समिति इस बार भागलपुर के आनंदराम ढांढनियां सरस्‍वती विद्या मंदिर में कर रही है। इस समारोह में सामूहिक रूप से माता-पिता की पूजा की जाएगी।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Published: Sun, 14 Feb 2021 07:54 AM (IST)Updated: Sun, 14 Feb 2021 07:54 AM (IST)
मातृ-पितृ पूजन दिवस : मां बाप को मत भूलना... भव्‍य समारोह में माता-पिता की पूजा करेंगे संतान
14 फरवरी को ढाई बजे आनंदराम ढांढनियां सरस्‍वती विद्या मंदिर में कार्यक्रम होगा। आयोजन जागृत युवा समिति कर रही है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। 14 फरवरी को मातृ पितृ पूजन दिवस समारोह मनाने के लिए भागलपुर में युवाओं की टोली जुट गई है। जागृत युवा समिति के कार्यकर्ताओं ने इस बार आनंदराम ढांढनिया सरस्वती विद्या मंदिर में स्थान का चयन किया है। यहां 14 फरवरी को दोपहर ढ़ाई बजे यह कार्यक्रम होगा। समिति के संयोजक प्यारे हिंद ने बताया कि इस दिन सामूहिक रूप से बच्चे अपने-अपने माता-पिता का पूजन करेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। दिव्य वेशभूषा प्रतियोगिता रखी गई है। माता-पिता की सेवा कर अनूठी मिशाल पेश करने वाले संतान को सम्मानित किया जाएगा। समारोह में कई अतिथि शामिल होंगे। जागृत युवा समिति का स्मृति चिन्ह दिया जाएगा। इस कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा बच्चे भाग लें, इसके लिए सभी सरकारी और प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में संपर्क किया जा रहा है। घर-घर संपर्क कर लोगों को आने के लिए कहा जा रहा है। इस आयोजन में अनंत कुमार सिन्हा, डॉ विजय कुमार मिश्र, रोहित पांडेय, संतोष कुमार, सरोज वर्मा, अवनीकांत, रोशन, मंगल,  नीतीश यादव,  अभिज्ञान सिंह राजपूत, अमित सिंह, अमित ओमकार, राजीव राय, रोहित कुमार, सुमित, आशुतोष तोमर, नीलराज, पंकज उपाध्‍याय, रविशंकर पांडेय, डॉ मथुरा प्रसाद आदि लगे हुए हैं। यह समिति भागलपुर में पिछले पांच वर्षों से 14 फरवरी को मातृ पितृ पूजन दिवस मना रही है।

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जागृत युवा समिति के संयोजक प्‍यारे हिंद ने बताया कि प्रेम पवित्र होता है। प्रेम समर्पण का प्रतीक है। यह तिथि भारतीय संस्‍कृति के उदय का परिचायक है। इस दिन सभी संतान अपने-अपने माता पिता का विशेष पूजन करते हैं। यह आयोजन अपने-अपने घरों में होता है। इसे और व्‍यापक बनाने के लिए सामूहिक रूप में माता पिता के पूजन का कार्यक्रम रखा गया है। इस दिन भारत माता की भी पूजा और आरती होती है। उन्‍होंने बताया कि इस समारोह में जिले में व्‍यापक रूप में मनाया जा रहा है। इसकी तैयारी 25 दिसंबर तुलसी पूजन दिवस के दिन से शुरू की जाती है।


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