Move to Jagran APP

चुनाव में खड़े होकर 'बैठ' जाते हैं उधाली पासवान

बेटे को टक्कर देने के लिए बाप भी चुनाव मैदान में दमखम दिखाने लगे हैं। राजद उम्मीदवार रामविलास पासवान के पिता उधाली पासवान भी इस बार चुनाव मैदान में डटे हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 07:42 AM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 07:42 AM (IST)
चुनाव में खड़े होकर 'बैठ' जाते हैं उधाली पासवान
चुनाव में खड़े होकर 'बैठ' जाते हैं उधाली पासवान

भागलपुर। बेटे को टक्कर देने के लिए बाप भी चुनाव मैदान में दमखम दिखाने लगे हैं। राजद उम्मीदवार रामविलास पासवान के पिता उधाली पासवान भी इस बार चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। उधाली पासवान निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव भी वे निर्दलीय चुनाव लड़े थे। 2015 में उनकी जमानत जब्त हो गई थी। उनके पुत्र राम विलास पासवान चुनाव जीते थे। लेकिन इस बार भी वे अपने पुत्र को टक्कर देने चुनाव मैदान में उतरे हैं। उधाली पासवान का कहना है कि वे चुनाव जीतने के लिए एक बार फिर चुनाव में उतरे हैं। इस बार पूरी ताकत से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि बेटा अपने लिए चुनाव लड़ रहा है और मैं अपने लिए। इस बार हमारी टक्कर राम बिलास पासवान से है। लेकिन उनका प्रचार अभी तक जमीन पर नहीं दिख रहा है।

loksabha election banner

हालांकि, उधाली पासवान को लेकर आमलोगों में चर्चा है कि वे अपने बेटे को मदद पहुंचाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव में खड़ा होने के बाद वे खेती-किसानी में जुट जाते हैं। अगर क्षेत्र में प्रचार के लिए निकलते हैं तो अपने लिए नहीं बल्कि अपने पुत्र के लिए वोट मांगते हैं। यही कारण है कि पिछले चुनाव में उनकी जमानत जब्त हो गई थी। वे दो-दो बार मुखिया का भी चुनाव लड़े हैं। इस बार भी वे चुनावी मैदान में हैं। 70 वर्षीय उधाली पासवान घर पर रहकर ही अपने बेटे की चुनाव व्यवस्था को देखते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.