बिना सत्यापन नामांकन मामले में तीन कॉलेजों ने भेजा जवाब
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के तीन अंगीभूत कॉलेजों ने बिना दस्तावेजों के सत्यापन छात्रों का स्नातक (सत्र 2020-23) में नामांकन लेने मामले में अपना जवाब दे दिया है। तीनों कॉलेज ने अपने जवान में कहा है कि उन लोगों ने नामांकन के समय दस्तावेजों का सत्यापन भली भांति किया है।
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के तीन अंगीभूत कॉलेजों ने बिना दस्तावेजों के सत्यापन छात्रों का स्नातक (सत्र : 2020-23) में नामांकन लेने मामले में अपना जवाब दे दिया है। तीनों कॉलेज ने अपने जवान में कहा है कि उन लोगों ने नामांकन के समय दस्तावेजों का सत्यापन भली भांति किया है। उनका कहना है कि सॉफ्टवेयर के माध्यम से सत्यापन का कार्य ऑनलाइन ही कराया गया है। इसमें किसी तरह की दिक्कत नहीं है। कॉलेजों ने अपना जवाब भेजकर अपनी बात रखी है। समन्वय समिति लेगी निर्णय
मामले में सीसीडीसी डॉ. केएम सिंह ने कहा कि तीनों कॉलेजों ने अपना पक्ष टीमएबीयू के समक्ष रखा है। उनका जो भी जवाब है, उसे समन्वय समिति के समक्ष रखा जाएगा। समिति की बैठक में मौजूद सदस्यों के साथ इस पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा के बाद ही अब बैठक होगी। शुक्रवार से विश्वविद्यालय में दशहरा का अवकाश हो जाएगा। इस मामले में मुरारका कॉलेज, सुल्तानगंज, सबौर कॉलेज, सबौर और पीबीएस कॉलेज, बांका के प्राचार्य से जानकारी मांगी गई थी। लिया गया था ऑनलाइन शुल्क
विश्वविद्यालय द्वारा कहा गया था कि टीएमबीयू को जानकारी मिली है कि स्नातक (सत्र : 2020-23) में चयनित छात्रों का नामांकन बिना दस्तावेज सत्यापन के लिया गया है। इसके लिए फीस भी ऑनलाइन जमा कराई जा रही है। पत्र में कहा गया है था कॉलेज द्वारा भेजे जाने वाले जवाब से कुलपति को भी अवगत कराया जाएगा। बता दें कि बिना दस्तावेजों के सत्यापन नामांकन होने से धांधली की गुंजाइश रहती है। इस कारण जानकारी होने पर समन्वय समिति की बैठक में तीनों कॉलेजों से जवाब मांगने पर सहमति बनी थी। समिति की बैठक में इस बाबत जो भी निर्णय होगा, उससे भी कुलपति को अवगत कराया जाएगा।