मां दुर्गा की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा आज, पूजा परवान पर
दुर्गा पूजा को लेकर पूरा सिल्क सिटी सजधज कर तैयार हो गया है। हर तरफ उत्सवी माहौल है। शहरी क्षेत्र में प्रमुख पंडालों को आकर्षक रूप दिया जा चुका है।
भागलपुर । दुर्गा पूजा को लेकर पूरा सिल्क सिटी सजधज कर तैयार हो गया है। हर तरफ उत्सवी माहौल है। शहरी क्षेत्र में प्रमुख पंडालों को आकर्षक रूप दिया जा चुका है।
बांग्ला रीति रिवाज से दुर्गाबाड़ी, कालीबाड़ी, सरकार बाड़ी जुबक संघ एवं रिफ्यूजी कॉलोनी में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा को आज प्राण प्रतिष्ठा दी जाएगी। इसके बाद देवी का दर्शन पूजन प्रारंभ हो जाएगा। इसके पूर्व शुक्रवार को बोधन पूजा साथ देवी आह्वान किया गया। वहीं अन्य दुर्गा मंदिरों में शनिवार की देर रात प्रतिमा को प्राण प्रतिष्ठा दी जाएगी। महाअष्टमी की सुबह भक्तजनों के लिए मंदिर के पट खोल दिए जाएंगे।
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बदला ट्रेंड, बढ़ा आकर्षक पंडाल बनाने का चलन
शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में अब मां दुर्गा की पूजा का ट्रेंड बदलने लगा है। पूजा समितियां आकर्षक पूजा पंडाल बना रही हैं। ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को मंदिर प्रागंण में आकर्षित किया जा सके। एक अनुमान के अनुसार सभी पूजा पंडालों को मिलाकर दो से ढाई करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। बीते दो दशक से यहां पंडाल बनाने बंगाल के सेतिया, मालदा आदि जगहों से कारीगर आते हैं। सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि ये सभी कलाकार मुस्लिम हैं। अब तो कुछ पूजा समितियां मूर्तिकार भी बंगाल से ही बुलाने लगे हैं। ताकि शहर में बनने वाले अन्य प्रतिमाओं से अलग और आकर्षक स्वरूप दिया जा सके। जुबक संघ की प्रतिमा को बनाने का काम बंगाल के कुमार टोली से आए मूर्तिकार सुब्रत पाल ने किया है।
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यहां बना है आकर्षक पूजा पंडाल
1. मारवाड़ी पाठशाला - पश्चिम बंगाल के मेदनीनगर का बौद्ध मंदिर
2. खंजरपुर - मध्यप्रदेश का चतुर्भूज मंदिर
3. मुंदीचक गढ़ैया - मथुरा का लक्ष्मी नारायण मंदिर
4. कचहरी चौक - गुजरात का अलखतारा मंदिर
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इन पूजा समितियों ने विविध कार्यक्रम का किया है आयोजन
1. वैष्णवी दरबार दुर्गा पूजा हाउसिंग बोर्ड बरारी : मनोरंजन के लिए देवी जागरण, बच्चों के प्रोत्साहित करने के लिए चम्मच, जलेबी व बैलून रेस पांच अक्टूबर को, सर्कल स्टैंड, स्कैचिंग व पैंटिंग तथा म्यूजिकल चेयर छह अक्टूबर को, मेंहदी प्रतियोगिता सात को और ओपेन क्विज, नृत्य व संगीत प्रतियोगिता आठ अक्टूबर को समापन पर पारितोषिक वितरण। 2. कालीबाड़ी दुर्गा पूजा समिति : पांच अक्टूबर को रात्रि आठ बजे से महिषासुर मर्दनी, स्थानीय कलाकारों द्वारा डांस ड्रामा, संगीत प्रतियोगिता फाइनल, छह अक्टूबर को ऑर्केस्ट्रा बंगाल के कलाकारों द्वारा, सात को देवी देवताओं पर आधारित डांस ड्रामा सिलीगुड़ी की महिला कलाकारों द्वारा। 3. दुर्गाबाड़ी दुर्गा पूजा समिति : पांच अक्टूबर को संध्या में गायन कोलकाता से आए सुब्रत मजूमदार, सागरिका मजूमदार, अशेष और गुनगुन द्वारा। इसके बाद लोकल बच्चों का नृत्य, छह को लोकल कलाकारों द्वारा ऑर्केस्ट्रा, सात अक्टूबर को दिल्ली से आए गायक कलाकार के मुखर्जी का गायन, स्थानीय कलाकार दुर्गा गांगुली और शरवाणी गुहा की प्रस्तुति और आठ अक्टूबर को पुरस्कार वितरण। इसी तरह मोहदीनगर, सूर्यलोक कॉलोनी सहित अन्य दुर्गा पूजा समितियों ने भी कई कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रखी है।