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मौसम में बदलाव, संभल जाएं... जानिए आपके स्वास्थ्य पर कैसे पड़ेगा प्रतिकूल प्रभाव

मौसम के अचानक बदलने से वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ गया है। बुखार, खांसी, छींक, नाक बहना आदि कई परेशानियां शुरू हो गई हैं। जानें, इसके लिए चिकित्सक ने क्या सलाह दी है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 07:48 PM (IST)Updated: Wed, 24 Oct 2018 06:50 AM (IST)
मौसम में बदलाव, संभल जाएं...  जानिए आपके स्वास्थ्य पर कैसे पड़ेगा प्रतिकूल प्रभाव
मौसम में बदलाव, संभल जाएं... जानिए आपके स्वास्थ्य पर कैसे पड़ेगा प्रतिकूल प्रभाव

भागलपुर (जेएनएन)। मौसम के अचानक बदलने से वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ गया है। बुखार, खांसी, छींक, नाक बहना आदि कई परेशानियां शुरू हो गई हैं। बरसात के बाद डेंगू सबसे ज्यादा फैलता है। इसी मौसम में सबसे ज्यादा मच्छर पनपते हैं। वरीय फिजिसियन डॉ. आलोक कुमार सिंह ने कई जानकारियां साझा की।

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इन नुस्खों से पास नहीं आएगा डेंगू

-कमरे में कपूर जला दें और 10 मिनट के लिए खिड़की और दरवाजों को बंद कर दें।

-नीम के तेल को हाथ-पैरों में लगाएं। नारियल के तेल में नीम का तेल मिलाकर दीया जलाना भी कारगर।

-शरीर पर तुलसी के पत्तों का रस लगाएं। तुलसी का पौधा भी घरों से मच्छर दूर भगाता है।

-रिफिल में लिक्विड खत्म होने पर उसमें नींबू का रस और नीलगिरी का तेल भरकर लगा दें।

-कमरे में तेजपत्ता जलाने से आने वाली खुशबू भी बेहद कारगर।

बच्चों में खतरा ज्यादा

-बच्चों का इम्युन सिस्टम ज्यादा कमजोर होता है। वे खुले में ज्यादा रहते हैं, इसलिए उनके प्रति सचेत होने की जरूरत है।

-अभिभावक बच्चों को घर से बाहर भेजते समय पूरे कपड़े पहनाकर भेजें। खेलने वाली जगह पानी न भरा हो।

-स्कूल प्रशासन इस बात का ध्यान रखे कि कैंपस में मच्छर न पनपने पाएं। बहुत छोटे बच्चे को शरीर पर रैशेज, उलटी होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

खांसते-छींकते समय मुंह पर रखें रूमाल

मौसम के बदलाव के समय वायरल इंफेक्शन के जीवाणु ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं। इसलिए इस मौसम में पब्लिक प्लेस पर छींकते या खांसते समय आपको हमेशा रूमाल का प्रयोग करना चाहिए। छींकते समय मुंह पर रूमाल रखने से आपके साथ-साथ अन्य लोगों को भी वायरल इंफेक्शन से खतरा कम हो जाता है। इस मौसम में वातावरण में मौजूद वायरस एक-दूसरे में सांस के जरिये, छींकने से या खांसने पर ड्रॉप्लेट्स द्वारा फैलता है। इसे रेस्पिरिटरी इन्फेक्शन का वायरस कहते हैं।

साफ-सफाई का विशेष ध्यान

वायरल बीमारियों का सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को होता है जो अपने शरीर और अपने आसपास की सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं। चूंकि मौसम के बदलाव के समय बीमारी के जीवाणु ज्यादा एक्टिव होते हैं इसलिए इस समय साफ-सफाई का विशेष खयाल रखना चाहिए। रोजाना साबुन से नहाना, कपड़े धूप में सुखाना, बाथरूम और ट्वॉयलेट की अच्छी तरह सफाई करना, खांसते और छींकते समय मुंह पर रूमाल रखना आदि बातों का ध्यान रखना जरुरी है। इसके अलावा सब्जियों को धुलकर पकाना और खाने से पहले हाथ धुलना भी बहुत जरूरी है।

वायरल इंफेक्शन के लक्षण

गले में खरास और दर्द, जुकाम होना, आंखों में जलन, लाली और खुजली, सिर दर्द, तेज बुखार।

दूषित पानी व खाना से करें परहेज

वरीय चिकित्सक डॉ. आलोक कुमार सिंह के मुताबिक इस मौसम में डायरिया, टायफायड, पीलिया जैसी जलजनित बीमारियां होने की संभावना रहती है। इन बीमारियों के लक्षण तकरीबन एक समान ही होते हैं। बरसात में तापमान में उतार-चढ़ाव होता रहता है। जीवाणु की बढ़ोत्तरी के लिए यह अनुकूल मौसम है। बाजार में मिलने वाली खाद्य सामग्रियों को अगर अच्छी तरह नहीं रखा जाए तो यह दूषित हो जाता है।

टायफायड रोग के लक्षण

बुखार होना, उल्टी होना, पेट में दर्द होना, पेट में सूजन होना, भूख नहीं लगना

पीलिया रोग के लक्षण

भूख में कमी, पेट में दर्द होना, आंखें और शरीर का पीला होना, पेशाब का गहरा पीला होना, कुछ भी खाने से उल्टी करने की इच्छा करना, बुखार होना

डायरिया के लक्षण

उल्टी होना, उल्टी के चार-पांच घंटे बाद पानी जैसा शौच होना, शौच का रंग हरा होना, प्यास ज्यादा लगना, आंखें और तालू अंदर की तरफ जाना, जीभ का सूखना, 100 या 102 डिग्री सेल्सियस तक बुखार होना, बार-बार उलटी व शौच होने से शरीर सुस्त पड़ जाना

घरेलू उपचार

-चार-पांच चम्मच ओआरएस पानी में घोल कर मरीज को पिलाएं

-चम्मच और ग्लास भी अच्छी तरह साफ रहे

-प्रत्येक पांच-सात मिनट पर घोल पिलाएं ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो

-अगर ओआरएस नहीं हो तो पानी में चीनी व नमक का घोल बनाकर पिलाएं

-पतली खिचड़ी या मांड़ में नमक मिलाकर भी मरीज को दिया जा सकता है

-दाल का पानी पिलाना भी लाभदायक है

-अगर मरीज की हालत में सुधार नहीं हो तो चिकित्सक से इलाज कराएं

सावधानी

-बारिश में पानी दूषित हो जाता है। पीने वाले पानी को एक मिनट तक उबलने दें, ठंडा कर पीएं, इससे पानी वायरस मुक्त हो जाएगा।

-हाथ की अच्छी तरह साफ कर ही खाना खाएं

-ग्लास की सफाई भी अच्छी तरह करें

बाजार का कुछ भी न खाएं


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