सुल्तानगंज (भागलपुर), जांस। ऐसी कहावत है कि अगर सुबह का भूला शाम को घर लौट आए तो उसे भूला नहीं कहते हैं। कुछ ऐसा ही वाक्या नगर परिषद क्षेत्र के तहत आने वाले गंगापुर (Gangapur) गांव में देखने को मिला। यहां दहेज (Dowry) में मोटी रकम की डिमांड पूरी नहीं हुई तो दूल्हे ने शादी करने से इंकार कर दिया। हालांकि, बाद में जब बड़े-बुजुर्गों ने यह कहते हुए उसे धिक्कारा कि चंद रुपयों के लिए उसने सबके सामने उनकी नाक कटा दी, तो उसे अपने किए पर पछतावा हुआ और दूल्हा शादी करने के लिए फिर से राजी हो गया। बहरहाल अबकी बार उसकी शादी बड़े धूमधाम तरीके से लाखों रुपये से बने पंडाल में नहीं हुई, बल्कि ईश्वर को साक्षी मानते हुए मंदिर में हुई।
धूमधाम से शादी कराने का था पूरा इंतजाम
मामला दरअसल यह है कि गंगापुर निवासी एक व्यक्ति की बेटी की शादी जमुई जिले (Jamui) के बरहट (Barhat) के रहने वाले एक युवक से तय हुई थी। लड़की पक्ष की तरफ से शादी की पूरी तैयारियां की गई थी, लाखों रुपये खर्च कर टेंट-पंडाल लग गए थे, चारों तरफ खुशी का माहौल था, गाने बज रहे थे, संगीत का कार्यक्रम चल रहा था। शादी के लिए निर्धारित तिथि मंगलवार की शाम को बारात भी चौखट पर आ गई।
मंडप पर दहेज की मोटी रकम को लेकर हुआ विवाद
गांववाले बारातियों के स्वागत में जुट गए, महिलाएं मंगल गीत गाने लगींलगीं, लड़के के पिता अपने होने वाले समधी से मेल-मिलाप कर रहे थे कि तभी दूल्हा पांच लाख रुपये दहेज की मांग पर अड़ गया और डिमांड पूरी न होने तक शादी करने से इंकार कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए और मौका देखते ही दूल्हा वहां से भाग खड़ा हुआ और बाद में पूरी की पूरी बारात लौट आई। खुशी गम में बदल गया। लड़की वालों के चेहरे पर मायूसी छा गई।
मायूस लड़की के पिता ने पुलिस में की शिकायत
बाद में लड़की के पिता ने सख्त रूख अपनाते हुए लड़के वालों पर दहेज मांगने का आरोप लगाया और स्थानीय पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई। इस बीच रूठे दूल्हे को मनाने का प्रयास निवर्तमान पार्षद मनोज कुमार, थानाध्यक्ष लाल बहादुर और बाकी परिजनों ने जमकर किया। लोगों ने युवक के यह तक कह दिया कि चंद रुपयों के लिए तुमने नाक कटा दी। यह बात दूल्हे को चुभ गई और आखिरकार वह शादी करने के लिए तैयार हो गया।
सात जन्मों के बंधन में बंधे दोनों
इसके बाद वर व वधू पक्ष दूल्हा-दुल्हन को लेकर मुंगेर जिले (Munger) के खड़गपुर (Kharagpur) स्थित पंचमुखी बगला मंदिर (Panchmukhi Bagala Mandir) पहुंचे। दोनों पक्षों ने सारे गिले-शिकवे भुलाकर फिर से एक-दूसरे को अपना लिया। इस दौरान युवक ने युवती के साथ अग्नि के सात फेरे लिए और गले में मंगलसूत्र पहनाकर मांग में सिंदूर भरा और इसी के साथ दोनों हमेशा के लिए पति-पत्नी के रिश्ते में बंध गए।
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