समय पर आए अफसर, निपटाया काम
भागलपुर। गुरुवार को जिला परिवहन कार्यालय का बदला-बदला सा नजारा आ रहा था। डीटीओ और एमवी
भागलपुर। गुरुवार को जिला परिवहन कार्यालय का बदला-बदला सा नजारा आ रहा था। डीटीओ और एमवीआइ समेत विभाग के सभी कर्मचारी अपने कुर्सी बैठकर कार्यो के निष्पादन करने में लगे हुए थे। डीटीओ सीसीटीवी कैमरे से कार्यालय आने वाले लोगों पर भी नजर रख रहे थे।
सुबह 11:15 बजे जिला परिवहन कार्यालय पहुंचा। डीटीओ एवं एमवीआइ समेत विभाग के सभी कर्मी कार्यालय पहुंच गए थे। डीटीओ अपने कक्ष में फाइलों का निपटारा कर रहे थे। बड़ाबाबू समेत सभी क्लर्क भी अपने-अपने कार्यो के निष्पादन करने में लगे हुए थे। कोई फाइलों के निपटारे कर रहे थे तो कोई ड्राइविंग लाइसेंस के नवीनीकरण का कार्य कर रहे थे। लर्निग ड्राइविंग लाइसेंस, ड्राइविंग लाइसेंस का आवेदन जमा करने आदि कार्यो के लिए काउंटरों पर लोगों की भीड़ लगी थी। काउंटरों पर धीरे-धीरे कार्यो का निपटारा किया जा रहा था।
11:45 बजे से ही ड्राइविंग लाइसेंस के नवीनीकरण कराने वालों की कार्यालय में भीड़ लग गई थी। किसी का पांच तो किसी का छह-सात महीने से लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं हुआ था।
दोपहर 12 बजे पांच-छह वैसे लोग पहुंचे जिन्हें गुरुवार को बुलाया गया था। चतुर्थवर्गीय कर्मचारी इनमें दो-तीन लोगों का फाइलें ढूंढ रहे थे। एक घंटे तक ढूंढने के बाद भी इन लोगों के फाइलें नहीं मिल सकी।
दोपहर 1:30 बजे तक फाइलें नहीं मिलने तथा फाइलों पर डीटीओ का हस्ताक्षर नहीं होने के कारण जिन लोगों को बुलाया गया था उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा। अब इन लोगों को शुक्रवार को बुलाया गया है।
दोपहर 2:30 बजे तक कार्यालय में धीरे-धीरे भीड़ कम हो गई। क्योंकि कड़ाके की ठंड के कारण कहलगांव, पीरपैंती, जगदीशपुर, सुल्तानगंज, नवगछिया आदि ग्रामीण इलाकों से आने वाले घर वापस लौटने की जल्दबाजी में लोग चले गए।
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खबर का असर
गुरुवार को दैनिक जागरण ने 'छोटे-छोटे काम में भी घिस जाते हैं जूते, समय पर नहीं आते परिवहन अधिकारी व क्लर्क, दिनभर इंतजार के बाद लौट जाते हैं लोग' खबर प्रकाशित की थी। समाचार छपने के बाद विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों में खलबली मच गई। गुरुवार को सुबह साढ़े दस बजते ही अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक कार्यालय पहुंचकर अपने ड्यूटी में लग गए। लोगों को भी अपने कार्य कराने के लिए ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। कई लोगों को नवीनीकरण कर ड्राइविंग लाइसेंस भी दिया गया।
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क्या कहते हैं डीटीओ
डीटीओ संजय कुमार ने कहा कि कई ऐसे लोग हैं जिनके ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण का काम हो चुका है। लेकिन वे लाइसेंस लेने नहीं पहुंच रहे हैं। नवगछिया में वाहन चेकिंग के कारण बुधवार को कार्यालय पहुंचने में देरी हुई थी। बुधवार देर शाम साढ़े सात बजे तक एक सौ से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस के नवीनीकरण के फाइलों का निष्पादन किया गया है। गुरुवार को दोपहर एक बजे तक 20-25 फाइलों का निष्पादन कर लिया गया। मांग के अनुसार मुख्यालय से स्मार्ट कार्ड की आपूर्ति की जा रही है। इसलिए स्मार्ट कार्ड के रूप में ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत किया जा रहा है। नया और पुराना मिलाकर अबतक तकरीबन 20 हजार लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस स्मार्ट कार्ड के रूप में निर्गत किया जा चुका है। दलालों पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2006 में कई ऐसे ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत किए गए हैं जो फाइलों नहीं अंकित नहीं किया गया था। जांच कर उन सभी लोगों का नाम, पता व ड्राइविंग लाइसेंस नंबर फाइलों में चढ़ाया गया।