विवि की 18 समितियों में डीएसडब्ल्यू को विशेष तरजीह
विवि प्रशासन का कहना है कि मुंगेर विवि के बनने के कारण समितियों का फिर से गठन किया गया है।
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की 18 समितियों का फिर से पुनर्गठन किया गया है। विवि प्रशासन का कहना है कि मुंगेर विवि के बनने के कारण समितियों का फिर से गठन किया गया है। जबकि पूर्व की समिति में आरडी एंड डीजे कॉलेज के प्राचार्य को ही जगह मिली थी। एक सदस्य के लिए 18 समितियों के सदस्यों को बदल दिया गया है। विवि का नियम कहता है परिनियमित समितियों का गठन तीन वर्षो के लिए होता है।
अगर आवश्यकता पड़े तो थोड़ा बहुत बदलाव किया जा सकता है। यानी शिक्षक के सेवानिवृत्त होने, कार्रवाई होने आदि की स्थिति में सदस्य को बदला जा सकता है। यहां समिति को एक साल के अंदर इसलिए बदल दिया गया कि मुंगेर विवि का गठन हो गया है। चार अप्रैल को बनी समितियों में डीएसडब्ल्यू को विशेष तरजीह दी गई है। डीएसडब्ल्यू पांच कमेटियों के पदेन सदस्य होते हैं। ये कमेटी स्टूडेंट रेसिडेंस एंड वेलफेयर कमेटी, स्कॉलर्शिप कमेटी, ऐडमिशन कमेटी, स्टूडेंट डिसिप्लीन कमेटी और एकेडमिक कैलेंडर कमेटी है। लेकिन विवि प्रशासन ने डीएसडब्ल्यू को वरीयता और वेतन निर्धारण समिति, क्रय-विक्रय आदि समिति का भी मेंबर बना दिया है। इन कमेटियों में सिंडिकेट के नॉमनी दो से तीन मेंबर होते हैं। लेकिन, डीएसडब्ल्यू को सिंडिकेट के मेंबर की हैसियत से सदस्य बना दिया गया है।
स्टूडेंट लीव कमेटी में दो सिंडिकेट का मेंबर रहना चाहिए। लेकिन इसमें पीजी भौतिकी के शिक्षक डॉ. आशुतोष प्रसाद और ओएसडी एजुकेशन डॉ. सुरेंद्र सिंह को स्थन दिया गया है। इसी तरह परिनियमित कमेटी में डॉ. संजीव कुमार सिंह और एसएम कॉलेज की प्राचार्या को स्थान दिया गया है।