Drinking water crisis in Bhagalpur : इंटेकवेल से 60 मीटर दूर हुई गंगा नदी, गहराया जलसंकट
भागलपुर के वाटर वर्क्स में जलभंडारण की समस्या दोपहर बाद आपूर्ति बाधित। तीन मीटर गहरे चार तालाबों में पानी का आभाव। गंगा की मुख्य धारा से पानी लाने के लिए पांच वर्षों से बन रही रणनीति। वाटर वर्क्स के तीन मीटर गहरे तालाब में एक फीट ही पानी बचा है।
भागलपुर, जेएनएन। Drinking water crisis in Bhagalpur : बरारी वाटर वर्क्स से गंगा नदी की धारा दूर जाने की वजह से जल भंडारण की समस्या उत्पन्न होने लगी है। 15 नवंबर के बाद नदी की धार से इंटेकवेल की दूरी 60 मीटर तक बढ़ गई है। इंटेकवेल के सामने गाद जमा होने से जल भंडारण के लिए जलकल कर्मियों को जद्दोजहद करनी पड़ रही है। वाटर वर्क्स के तीन मीटर गहरे तालाब में एक फीट ही पानी बचा है। इसके कारण सोमवार दोपहर बाद शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति पूरी तरह से ठप रही।
मानिक सरकार व घंटाघर चौक के जलमीनार में पानी नहीं भरा गया। बरारी, तिलकामांझी, आदमपुर, पटलबाबू रोड समेत 12 वार्डों की डेढ़ लाख आबादी को देर शाम जलापूर्ति नहीं हुई।
प्रतिदिन 17 एमएलडी पानी की दरकार
वाटर वर्क्स में प्रतिदिन जलशोधन कार्य के लिए 17 एमएलडी पानी के भंडारण की जरूरत है। जिससे से 12 एमएलडी की आपूर्ति होती है। आठ एमएलडी पानी का ही तालाब में भंडारण हो पाया। जिसके कारण दोपहर 12 बजे तक कहीं एक तो कहीं दो घंटे कम आपूर्ति हुई। दरअसल, इंटेकवेल में पानी के साथ एक फीट तक गाद जमा हो जा रहा है। जिसे हटाने के लिए तीन घंटे तक मोटर पंप को बंद करना पड़ रहा है।
नदी में बचेगा नाले का पानी
दिसंबर के दूसरे सप्ताह से लोगों को गंगा नदी की जगह नाले का पानी पीना पड़ेगा। दरअसल, नदी में शहर के 80 नालों का पानी गिरता है। इसी दूषित पानी को शोधन कर जलापूर्ति की जाएगी। दूषित पानी को साफ करने के लिए अत्यधिक मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर, फिटकरी और केमिकल का उपयोग होगा। शहर की तीन लाख की आबादी पर इसका सीधा असर पड़ेगा।
जिले में गहराता जा रहा पेयजल संकट
भागलपुर सहित आसपास के जिलों में पेयजल संकट गहराया जाता है। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। नगर निगम प्रशासन लगातार स्थिति को ठीक करने और पेयजल सभी तक उपलब्ध कराने में जुटी है।