बिहार में डबल मर्डर : पूर्णिया में पंचायत समिति सदस्य सहित दो की हत्या, गांव में तनाव
बिहार में डबल मर्डर बिहार के पूर्णिया में पंचायत समिति सदस्य शाहबाज आलम सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद गांव में तनाव है। घटना आपसी विवाद में हुई है। शाहबाज आलम को अपराधियों ने पहले गोली मारी फिर तलवार से काट दिया।
संवाद सूत्र, बायसी, पूर्णिया। बायसी थाना क्षेत्र के ताराबाड़ी हाट में सरेआम खूनी खेल खेलते हुए ताराबाड़ी पंचायत के पंचायत समिति सदस्य शाहबाज आलम व उनके सहयोगी मुनाजिर आलम की हत्या कर दी। पंद्रह से बीस की संख्या में मौजूद गांव के ही हमलावरों ने दोनों को खदेड़-खदेड़कर तलवार व रड से हमला कर जान ले ली। घटना का कारण पंचायत प्रतिनिधियों का अंदरुनी विवाद बताया जा रहा है।
मंगलवार की शाम घटी इस घटना को लेकर बुधवार की शाम सात बजे तक स्वजनों द्वारा थाना में आवेदन नहीं दिया गया था। यद्यपि मृतक पंचायत समिति सदस्य की पत्नी ने पंचायत के मुखिया, सरपंच, कई वार्ड सदस्यों सहित एक बिजली मिस्त्री द्वारा घटना को अंजाम देने की बात कही है। फिलहाल पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच में जुटी हुई है। इधर घटना के बाद से ही गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। तनाव की आशंका को लेकर पुलिस लगातार गांव की स्थिति पर नजर रख रही है।
जानकारी के अनुसार पंसस शाहबाज आलम अपने सहयोगी मुनाजिर आलम किसी पंचायत में जा रहे थे। इसी दौरान वे लोग ताराबाड़ी पंचायत के ताराबाड़ी हाट में एक चाय दुकान पर चाय पीने लगे। इसी दौरान कुछ जनप्रतिनिधि एवं अन्य लोग भी वहां पहुंच गए और किसी बात पर दोनों पक्षों में कहा सुनी शुरु हो गई। बताया जा रहा है कि कुछ जनप्रतिनिधि व अन्य लोग पंसस पर हमले की नियत से ही तलवार व रड आदि लेकर वहां पहुंचे थे। कहा-सुनी के दौरान ही उक्त लोगों ने पंसस व उनके सहयोगी पर हमला कर दिया और दोनों को खदेड़-खदेड़कर कर तलवार, रड व चाकू से हमला कर मरनासन्न कर दिया।
दोनों के नाव से कनकई नदी पार कराते हुए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया और प्राथमिक उपचार के बाद पूर्णिया मेडिकल कालेज अस्पताल ले जाया जाने लगा। इसी दौरान डगरुआ के समीप पंसस ने दम तोड़ दिया। बाद में देर रात इलाज के दौरान मुनाजिर की भी मौत हो गई। शाहबाज आलम मूल रुप से ताराबाड़ी पंचायत के ईदगाह टोला का रहने वाला था। साथ ही इसी पंचायत से पंचायत समिति सदस्य चुने गए थे। मुनाजिर का घर भी ताराबाड़ी ही था। घटना के बाद थानाध्यक्ष सुनील कुमार के अलावा एसडीपीओ आदित्य कुमार ने भी घटनास्थल पर पहुंच पूरी स्थिति का जायजा लिया। एसडीपीओ ने कहा कि पूरे मामले की पड़ताल गंभीरता से की जा रही है और दोषी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे।
पंचायत समिति सदस्य व उसके एक सहयोगी की हत्या को लेकर पुलिस का अनुसंधान जारी है। दोनों शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिए गए हैं। बुधवार की देर शाम तक स्वजनों द्वारा आवेदन नहीं दिए जाने के कारण प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पाई है। आवेदन मिलते ही प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरु कर दी जाएगी। - सुनील कुमार, थानाध्यक्ष, बायसी
उनके पति ने मुखिया, सरपंच व वार्ड सदस्यों के लूट-खसोट का वीडियो वायरल किया था। इसमें एक बिजली मिस्त्री भी शामिल है। इस कारण उनके पति को सभी लोगों ने मिलकर मार डाला। इस संदर्भ में उनके पति द्वारा पूर्व में थाना में आवेदन भी दिया था और बाद में समझौता की बात भी हुई थी। - मृतक पंचायत समिति सदस्य की पत्नी